बिहार : अंग्रेजी के शब्दों के प्रयोग से विचलित हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उद्यमी किसान को सुनाई खरी खोटी

बिहार : अंग्रेजी के शब्दों के प्रयोग से विचलित हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उद्यमी किसान को सुनाई खरी खोटी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यादव आज कल फिर चर्चा में है। इस बार उन्होंने अंग्रेजी के अत्यधिक उपयोग को लेकर कुछ ऐसा कहा जिसके बाद चारों तरफ इस बात की चर्चा होने लगी है। मंगलवार यानि 21 फरवरी को किसान समागन में शामिल हुए नीतीश कुमार एक उद्यमी किसान के भाषण के दौरान अंग्रेजी के अधिक प्रयोग के कारण नाराज हो गया इतना ही नहीं उन्होंने उस किसान की खिंचाई भी कर दी।

दरअसल कृषि के क्षेत्र में तेजी से सफल हक रहे बिहार के एक कृषि-उद्यमी बिहार सरकार के चौथे कृषि रोडमैप के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित एक समारोह में अपनी रोमांचक जीवन यात्रा के बारे में बात कर रहे थे। इस बीच, नीतीश कुमार ने उन्हें अपने भाषण में बहुत अधिक अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए उनकी आलोचना की। बापू सभागृह में किसान ने अपना परिचय लखीसराय का अमित कुमार बताया।

नीतीश कुमार ने कहा- ये भारत है और ये बिहार है

आपको बता दें कि अमित कुमार ने मुख्यमंत्री की तारीफ कर अपने भाषण की शुरुआत की। अमित कुमार ने बताया कि मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के बाद मैं पुणे में कार्यरत था लेकिन सब कुछ छोड़कर अपने पैतृक जिले में मशरूम की खेती करने का साहस किया । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण के कुछ ही मिनटों में कृषि उद्यमी को रोक दिया । नीतीश कुमार ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि आप अपने भाषण में अंग्रेजी के इतने शब्दों का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? इसका क्या मतलब है? क्या यह इंग्लैंड है? 

सीएम नीतीश कुमार ने ये कहा

"आप अपने राज्य और अपने देश के हिंदी शब्द को भूल जाइएगा' मुझे आश्चर्य लग रहा है। खेती तो आम आदमी करता है ना जी, आपको यहां बुलाया गया है सुझाव देने के लिए तो आप आधा हिंदी और आधा अंग्रेजी बोल रहे हैं। इंग्लैंड है ये' भाई ये भारत है न जी, और ये बिहार है न। हम देख रहे हैं, जब से कोरोना आया है, तब से सब मोबाइल पर देखने लगे हैं। सब अपनी भाषा को भूल रहे हैं और नए-नए शब्द बोल रहे हैं। आप बोल ठीक रहे हैं लेकिन राज्य की भाषा में बोलिए ना। यहां हिंदी बोलिए ताकि सबको समझ में आए।"

बीजेपी ने क्या कहा?

इस संबंध में भाजपा नेता और पार्टी के ओबीसी मोर्चे के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अंग्रेजी भाषा से परेशान हैं या इसका इस्तेमाल वंचितों द्वारा किए जाने से? उनका इस तरह विरोध करना हास्यास्पद है।