मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में ‘आत्मनिर्भर गुजरात' से 'आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में आगे बढ़ता गुजरात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान को गुजरात में मिला व्यापक समर्थन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान को साकार करने की दिशा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने एक और कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने अक्टूबर-2022 में राज्य में उद्योगों को आत्मनिर्भरता के लिए सहायता देने के लिए ‘द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टेंस टू इंडस्ट्रीज’ योजना घोषित की है। इस योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रेरक उपस्थिति में सोमवार, 20 फरवरी को एक ही दिन में राज्य में विभिन्न स्थानों पर उद्योग शुरू करने के लिए निवेश के 18 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
राज्य में 9852 करोड़ रुपए का संभावित निवेश
इन 18 विभिन्न एमओयू के परिणामस्वरूप राज्य में 9852 करोड़ रुपए का संभावित निवेश तथा 10,851 प्रस्तावित रोजगार के व्यापक अवसर पैदा होंगे। 9852 करोड़ रुपए के इन 18 एमओयू में से 5733 करोड़ रुपए के एमओयू विदेशी निवेशकों की भागीदारी से हुए हैं। तदनुसार, गार्डन सिल्क मिल्स प्रा. लिमिटेड के द्वारा सूरत की पलसाणा तहसील के जोलवा गांव में 2533 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश के साथ पूरी तरह से तैयार यार्न, ड्रॉ टेक्सचराइज्ड यार्न, पॉलिएस्टर चिप्स/ पीईटी चिप्स के उत्पादन संयंत्र से 1450 लोगों को प्रस्तावित रोजगार के अवसर मिलेंगे।
दहेज में 2100 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से वीएमवी का उत्पादन संयंत्र शुरू करेगा
वहीं, एशियन पेंट्स भरूच जिले के दहेज में 2100 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से वीएमवी का उत्पादन संयंत्र शुरू करेगा और इस संयंत्र के माध्यम से 350 लोगों को प्रस्तावित रोजगार प्राप्त होंगे। इसके अलावा, मैनकाइंड लाइफसाइंस प्रा. लिमिटेड वडोदरा में 1100 करोड़ रुपए का निवेश करेगी और उससे लगभग 1000 प्रस्तावित रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत की उपस्थिति में हुआ एमओयू
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत की उपस्थिति में हुए इन विविध एमओयू के अंतर्गत उद्योग निवेशकों और राज्य सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स एंड एग्रोकेमिकल्स, फार्मास्युटिकल्स, फार्म इक्विपमेंट, हाइड्रोजन, और इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा सहित विभिन्न क्षेत्रों में एमओयू किए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर राज्य सरकार की ‘द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टेंस टू इंडस्ट्रीज’ योजना का समुचित लाभ और आवश्यक सहायता उद्योगों को प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
सूरत के पलसाणा - सचिन में कुल 2, कच्छ में 1, हिम्मतनगर में 2 उद्योग 2025 तक अपना उत्पादन कार्य शुरू करेंगे
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत ने विश्वास जताया कि देश के ग्रोथ इंजन और औद्योगिक उत्पादन में 18 फीसदी का योगदान देने वाले गुजरात की यह योजना राज्य में विदेशी पूंजी निवेश सहित उद्योगों और निवेश को और भी ज्यादा आकर्षित करेगी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के साथ विभिन्न औद्योगिक समूहों व निवेशकों द्वारा किए गए 18 एमओयू के परिणामस्वरूप वडोदरा में 3, अहमदाबाद के भायला में 2, साणंद में 2, भरूच के दहेज, सायखा और पालेज में कुल 4, सूरत के पलसाणा और सचिन में कुल 2, कच्छ में 1 और साबरकांठा के हिम्मतनगर में 2 उद्योग आगामी 2025 तक अपना उत्पादन कार्य शुरू करेंगे।
आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ का विजन सुदृढ़ होगा
इन निवेशों के चलते ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ का विजन सुदृढ़ होगा। इतना ही नहीं, देश भर के लिए और अधिक प्रगति का मार्ग निर्धारित होगा तथा भारतीय समुदाय को सामूहिक रूप से आगे बढ़ने के साथ स्थानीय उत्पादनों को वैश्विक मंच पर ले जाने का अवसर मिलेगा। एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, उद्योग आयुक्त राहुल गुप्ता तथा वरिष्ठ अधिकारी और निवेशकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।