गुजरात : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शुक्रवार 17 फरवरी को सुजलाम-सुफलाम जल अभियान के छठे चरण का राज्यव्यापी शुभारंभ करेंगे

सीएम भूपेंद्र पटेल शुक्रवार को गांधीनगर के खोरज गांव के तालाब को गहरा करने का कार्य शुरू करवाकर सुजलाम सुफलाम जल अभियान के छठे चरण का शुभारंभ कराएँगे

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल 17 फरवरी शुक्रवार सुबह 9 बजे गांधीनगर के खोरज गांव के तालाब को गहरा करने का कार्य शुरू करवाकर सुजलाम सुफलाम जल अभियान के छठे चरण का शुभारंभ कराएँगे। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री कुंवरजीभाई बावळिया तथा राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल भी सहभागी होंगे।यह सुजलाम सुफलाम जल अभियान 17 फरवरी से 31 मई तक पूरे राज्य में 104 दिनों तक आयोजित किया जायेगा।

वर्ष 2018 में यह जल संचय-जल संग्रह अभियान शुरू किया गया था

गुजरात में अनियमित एवं असमान वर्षा के कारण भूजल स्तर में गिरावट होने तथा क्षारयुक्त-फ्लोराइड युक्त पानी से कृषि और मानव जाति को होने वाले नुकसान से बचाने के उपाय के रूप में  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से वर्ष 2018 में यह जल संचय-जल संग्रह अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान के उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार के 6 विभिन्न विभाग मिलकर जनभागीदारी से जल संचयन से संबंधित विभिन्न कार्य करते हैं।

मरम्मत कार्य सहित नदियों का पुनः कायाकल्प तथा नहरों की साफ-सफाई का कार्य किया जायेगा

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व एवं दिशानिर्देशन में यह राज्यव्यापी सुजलाम-सुफलाम जल अभियान लगातार दूसरे वर्ष चलाया जायेगा। इस अभियान के अंतर्गत वर्ष 2023 में भी राज्यभर में तालाबों को गहरा करने, चेकडैम, जलाशयों के डीलिस्टिंग कार्य, मरम्मत कार्य सहित नदियों का पुनः कायाकल्प तथा नहरों की साफ-सफाई का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सुजलाम सुफलाम जल अभियान के तहत गांधीनगर के खोरज गांव के तालाब का गहरीकरण शुरू करने जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप 1.43 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस तालाब की मौजूदा 14.12 लाख क्यूबिक फीट संग्रह क्षमता में लगभग 5. 29 लाख क्यूबिक फीट की वृद्धि होगी।

किसानों के खेतों और सरकार के अन्य विकास कार्यों में भी किया जाता है

इस सुजलाम सुफलाम जल अभियान के कारण वर्षा जल का संग्रह होने से राज्य के किसानों को सिंचाई में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलता है। इतना ही नहीं, उत्खनन कार्यों से निकली मिट्टी तथा जलोढ़क का उपयोग किसानों के खेतों और सरकार के अन्य विकास कार्यों में भी किया जाता है। इस कामगिरी के कारण लाखों मानव दिवस रोजगार मिलने के साथ पशुधन को पीने के लिए पानी आसानी से उपलब्ध हो जाता है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार का जल संसाधन विभाग सुजलाम-सुफलाम जल अभियान के छठे चरण की राज्यव्यापी सफलता के लिए योजनाबद्ध कार्यशैली के साथ प्रतिबद्ध है।