आर्टिफिशियल इंटेलिजंस की धूम के बीच जानिये क्यों 'इंटरनेट के जनक' विंट सेर्फ ने इसमें निवेश के लिए जल्दबाजी न करने की सलाह दी है!

आर्टिफिशियल इंटेलिजंस की धूम के बीच जानिये क्यों 'इंटरनेट के जनक' विंट सेर्फ ने इसमें निवेश के लिए जल्दबाजी न करने की सलाह दी है!

'इंटरनेट के जनक' विंट सर्फ़ की चेतावनी, एआई में निवेश में जल्दबाजी न करें

आज के समय में जहाँ हर तरफ इंटरनेट और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की धूम मची हुई है वहीं 'इंटरनेट के जनक' विंट सेर्फ़ ने व्यवसायों को चेतावनी दी है कि वे इन एआई से पैसा बनाने में जल्दबाजी न करें। उन्होंने चेताया है कि यह बहुत नुकसानदायक हो सकता है'।

इस मुद्दे पर विचार करने की आवश्यकता 

सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चैटजीपीटी की लोकप्रियता में उछाल के बीच उन्होंने ये चेतावनी दी है। सर्फ़ ने कहा, "यहाँ एक नैतिक मुद्दा है जिस पर मुझे उम्मीद है कि आप में से कुछ लोग इस पर विचार करेंगे।" पिछले सप्ताह घोषित किए गए Google के बार्ड संवादी AI का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि "हर कोई चैटजीपीटी या Google के संस्करण के बारे में बात कर रहा है और हम जानते हैं कि यह हमेशा उस तरह से काम नहीं करता है जैसा हम चाहते हैं"।

एआई  को समय देना जरुरी 

आपको बता दें कि Google, Microsoft और मेटा जैसी प्रमुख तकनीकी कंपनियों को महत्वपूर्ण रूप से चेतावनी देते हुए उन्होंने समझाया कि संवादात्मक AI एक ऐसी तकनीक है जिसमें तेजी से सुधार की आवश्यता हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उन्होंने सिर्फ इसलिए निवेश करने के लिए जल्दबाजी करने से मना किया क्योंकि उनका ,मानना है कि यह  तकनीक वास्तव में अच्छी है, फिर भले चाहे आज के समय में यह हर समय बिल्कुल सही काम नहीं करती है। आने वाले समय में तकनिकी सुधर के साथ इसके काम में भी सुधर देखने को मिलेगा। उन्होंने आगे ये भी कहा कि इसे सिर्फ इसलिए बहुत अहमियत देते हुए इस पर तुरंत निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि ये अभी चर्चित है और अभी इसके बारे में खूब बात हो रही है। उन्होने माना कि अभी इसे समय देने की आवश्यकता है।