झाँसी : भाइयों की याद में बहन ने शुरू की ‘जनता रसोई’, अब लोगों को मात्र 5 रूपये में खिलाती हैं भरपेट स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना

झाँसी : भाइयों की याद में बहन ने शुरू की ‘जनता रसोई’, अब लोगों को मात्र 5 रूपये में खिलाती हैं भरपेट स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना

झांसी के मानेक चौक स्थित जनता रसोई में पिछले 2 साल से मिलता है मात्र 5 रुपये में भरपेट खाना

अगर आप कभी अकेले या दोस्तों-परिवार के साथ बाहर होटल या भोजनालय में खाना खाने चले जाएँ तो बड़े आराम से प्रति व्यक्ति दो सौ से तीन सौ रूपये खर्च हो जाते हैं। ऐसे में यदि कोई आपसे कही कि किसी जगह महज पांच रूपये में आपको भर पता खाना मिलता है तो! आप कहेंगे कि या तो ये बात गलत है या फिर खाना स्वादिष्ट-सेहतमंद नहीं होता होगा। लेकिन आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि झांसी में एक ऐसा भोजनालय है जहां सिर्फ 5 रुपये में भरपेट खाना मिल जाता है, वो भी बहुत स्वादिष्ट और बहुत ही सेहतमंद।

झांसी के मानेक चौक स्थित इस दुकान को जनता रसोई के नाम से जानते हैं। यहाँ पिछले 2 साल से मात्र 5 रुपये में खाना मिलता है। करुणा स्वरूप इस जनता रसोई की शुरुआत होने की कहानी भी संवेदनाओं पर ही टिकी हुई है।

इस तरह शुरू हुई ये जनता रसोई

आपको बता दें कि जनता रसोई की देखरेख करने वाले प्रह्लाद साहू ने बताया कि दो साल पहले दो भाई विनय और आलोक अग्रवाल का कोरोना काल में निधन हो गया था। उनकी याद में और उनके नाम को जिंदा रखने के लिए उनकी बहन मधु अग्रवाल ने यह जनता रसोई शुरू किया। आज वहां रोजाना 100 लोग खाना खाते हैं।

जनता रसोई के रसोइया प्रमोद अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि यहां हर दिन अलग-अलग पकवान बनते हैं। वहां उड़द और चने की दाल, छोले, कढ़ी जैसे व्यंजन बनाए जाते हैं। वहां प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक भोजन परोसा जाता है।

सिर्फ 5 रुपये में घर जैसा खाना

आस-पास के कई लोग नियमित रूप से जनता रसोई पर भोजन करते हैं। एक व्यक्ति ने कहा कि वे पिछले कई महीनों से वहां खाना खाने आ रहे हैं। वहां का खाना सस्ता होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी होता है। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि पहले दोपहर में भूख लगती थी तो समोसा या कुछ और लेना पड़ता था जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता था, लेकिन अब जब हमें जनता रसोई में घर जैसा खाना मिल जाता है तो अब न सिर्फ हमारा पेट भर जाता है बल्कि हमारा स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।