सूरत : स्मीमेर अस्पताल में सफाई, सिक्युरीटी, पार्किंग समस्या का हुआ निराकरण, 6 महिनों में दोगुना मरीजों को मिलेगी चिकित्सा
मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल के स्मीमेर अस्पताल का दौरा किया, अस्पताल के संचालन का निरीक्षण कर आवश्यक सुझाव दिये गये
आज शुक्रवार को मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने सूरत म्यूनिसिपल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च ( स्मीमेर) के विभिन्न विभागों में आपातकालीन विभाग (तत्काल विभाग), डीएसए विभाग (इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी), हॉस्पिटल कैंटीन, लेबर रूम, ओबीएस आईसीयु , एनआईसीयू, मिल्क बैंक, पीडाट्रिक वार्ड, एएनसी-पीएनसी वार्ड, महिला सर्जिकल वार्ड, कला केंद्र और पीएमजेएवाई कियोस्क का दौरा किया गया।
उक्त दौरे के दौरान उन्होने पहले इमरजेंसी डिपार्टमेंट (तत्काल विभाग) में इमरजेंसी आईसीयू और कोविड ट्राइएज विभाग में हर मशीनरी जैसे की वेंटीलेटर, मॉनिटर, सक्शन मशीन के जैसी के बारे में जानकारी दी गई। फिर आपातकालीन विभाग में डीएसए विभाग (इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी),जो केवल दक्षिण गुजरात में केवल स्मीमेंर अस्पताल में काम कर रहा है वहां होनेवाली प्रक्रियाओं के बारे में वही के फैकल्टी से सीखा और इसे अधिक से अधिक रोगियों को इस उपचार का लाभ मिल सके ऐसे सुझाव दिए।
आपात विभाग के बाद कैंटीन का दौरा कर कैंटीन की साफ-सफाई एवं मरीजों को दिये जाने वाले भोजन एवं उससे संबंधित जानकारी ली तथा कैंटीन में भोजन कर रहे मरीजों के परिजनों से भी बात की और स्मीमेर अस्पताल में प्रदान कि गई सेवाओं एवं सुविधाओं की जानकारी ली। इसके अलावा, उपलब्ध रोगियों के परिजन भी स्मीमर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं से प्रभावित हुए।
अस्पताल का चक्कर लगाने के बाद कॉलेज काउंसिल हॉल में बैठक कर अस्पताल के विभिन्न विभागों का प्रेजेंटेशन दिया गया और अधिक से अधिक मरीजों के इलाज पर चर्चा की गई। उक्त दौरो के दौरान आयुक्त शालिनी अग्रवाल, उपायुक्त जे.एन. वाघेला, डॉ. आशीष नायक, कामिनी दोशी, इंचार्ज एडी.सीटी इंजीनियर (पीआई सेल), डीन डॉ. दीपक होवले, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जितेंद्र दर्शन सहित अस्पताल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने स्मीमेर अस्पताल का दौरा करने के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 6 महिनों के दौरान स्मीमेर अस्पताल में आज से डबल मरीजों को निजि अस्पताल की तरह चिकित्सा प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। उपायुक्त वाघेला पिछले 25 दिनों से हररोज स्मीमेर अस्पताल की व्यवस्था का निरिक्षण कर रहे है। स्मीमेर अस्पताल, कॉलेज, होस्टेल, केम्पस में सफाई और सेनेटेशन को अग्रमता दी गई है।
हर एक विभाग और हर एक फ्लोर पर एक सेनेटरी इंस्पेक्टर, मुकादम और सफाई कामदार को नियुक्त करके उन्हे स्वच्छता के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। उसी प्रकार पुरे केम्पस, अस्पताल, कॉलेज और वोर्ड में सिक्युरीटी एजेन्सी की भी जिम्मेदारी तय की गई है। चिकित्सको, स्टाफ और मरीजों के संबंधिओं के लिए डेजिग्नेटेड पार्किंग की व्यवस्था होगी।
केन्टीन में हाईजीन और सेनीटेशन पर अधिक ध्यान दिया जायेगा। वोर्ड और आईसीयु में सिर्फ मरीज खाना खा सकता है संबंधिओं को केन्टीन में खाने के लिए व्यवस्था की गई है। लोन्डी के लिए भी कडे आदेश दिए गए है। पहले सप्ताह में दो दिन वोर्ड में मरीजों के लिनन बदलते थे मगर अब हर रोज लिनन बदले जायेंगे।
अस्पताल केम्पस में पडी भंगार की वस्तूओं को एक जगह पर एकत्रित किया गया है जिसमें से उपयोगी साधनों को अलग किया जायेगा बाकी के वेस्टेज सामान का निकाल किया जायेगा। बायोमेडिकल वेस्ट और कलेक्शन के लिए भी जरूरी आदेश दिए गए है।