गुजरात : मुख्यमंत्री ने राज्य में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए ‘स्कीम ऑफ़ अवॉर्ड टु द गुड समारिटन’ रिलॉन्च की

गुजरात : मुख्यमंत्री ने राज्य में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए ‘स्कीम ऑफ़ अवॉर्ड टु द गुड समारिटन’ रिलॉन्च की

सड़क सुरक्षा के लिए पीएम के ‘4E - एनफ़ोर्समेंट ऑफ़ लॉ, इंजीनियरिंग ऑफ़ रोड, इमर्जेंसी केयर और एजुकेशन’ का अनुपालन करना जरुरी : सीएम भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सड़क सुरक्षा (रोड सेफ़्टी) के लिए दिए गए कॉन्सेप्ट ‘4E – एनफ़ोर्समेंट ऑफ़ लॉ, इंजीनियरिंग ऑफ़ रोड, इमर्जेंसी केयर और एजुकेशन’ का अनुपालन अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने यातायात नियमों का पालन कर सड़क सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध बनने की अपील की है। श्री पटेल गुरुवार गांधीनगर में परिवहन व गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में गुजरात सड़क सुरक्षा ऑथोरिटी (गुजरात रोड सेफ़्टी ऑथोरिटी-जीआरएसए) की वेबसाइट लॉन्च कर रहे थे। उन्होंने राज्य में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए ‘स्कीम ऑफ़ अवॉर्ड टु द गुड समारिटन’ रिलॉन्च की।

यातायात नियमों का पालन कर सड़क सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध बनें

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात समस्या तथा सड़क दुर्घटना निवारण हम सबका संयुक्त दायित्व है। सिग्नल सिस्टम या ट्रैफ़िक पुलिस की अनुपस्थिति में भी स्वैच्छिक रूप से नियम पालन करते हुए सड़क परिवहन को सुरक्षित बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में प्रथम एक घण्टा  गोल्डन अवर अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोगों को गुड समारिटन बन घायल लोगों का जीवन बचाने के लिए आगे आना चाहिए। हमारी संस्कृति जीव-प्राणी मात्र 
के प्रति दयाभाव रखना सिखाती है। महामूल्यवान जीवन बचाने के लिए आगे आना हम सबका कर्तव्य है।

सड़क दुर्घटना में प्रथम एक घण्टा (गोल्डन अवर) अत्यंत महत्वपूर्ण

गृह एवं परिवहन राज्य मंत्री  हर्ष संघवी ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि लोगों में आज भी यह भ्रम है कि सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को अस्पताल पहुँचाएंगे, तो उन पर कोई मामला दर्ज़ होगा या कार्रवाही होगी। लोगों की इस मानसिकता को दूर करने के लिए गुड समारिटन अवॉर्ड की शुरुआत की गई। श्री संघवी ने कहा कि गुड समारिटन योजना केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक अभियान है और हम सभी का दायित्व भी है। यदि शहर से लेकर गाँव तक हर कोई इस योजना के बारे में जागरूक हो जाए, तो राज्य में कई लोगों की जान बच जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर शुरू किए गए विभिन्न अभियानों के परिणामस्वरूप पिछले कुछ वर्षों में हमारे राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में बहुत कमी आई है और साथ ही दुर्घटना के समय लोगों  की जान बचाने का सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के इस नेक कार्य को भविष्य में एक क़दम आगे ले जाने के लिए गुड समारिटन अवॉर्ड एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा।

गुड समारिटन बन महामूल्यवान मानव जीवन बचाने के लिए आगे आएँ

श्री संघवी ने कार्यक्रम में उपस्थित ज़िलाधिकारियों से अनुरोध करते हुए कहा कि गोल्डन अवर में घायलों को अस्पताल पहुँचाने वाले वीरों का राज्य सरकार तो सम्मान करेगी ही, साथ ही ऐसे वीरों का यदि ज़िला स्तर पर भी सार्वजनिक स्थलों पर सम्मान किया जाता है, तो यह समाज के लिए प्रेरणा बनेगा। इसके साथ ही लोगों में व्याप्त भ्रम दूर होगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई गुड समारिटन योजना भी प्रभावशाली बनेगी। इस अवसर पर बंदरगाह एवं परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.के. दास द्वारा सड़क सुरक्षा के विषय में संबोधन दिया गया। इसके पश्चात सड़क सुरक्षा आयुक्त एल.पी. पाडलिया ने सभी को गुड समारिटन योजना की जानकारी दी।

हमारी संस्कृति जीव-प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखना सिखाती है

इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजकुमार बेनीवाल, बंदरगाह एवं परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम. के. दास, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एस.जे.हैदर, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव सुश्री शाहमीना हुसैन, गृह सचिव निपुणा तोरवणे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा कई ज़िलों के कलेक्टर भी वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में सहभागी हुए।