क्रिकेट : अफगानिस्तान में चल रहे तालिबानी शासन में महिलाओं पर लदे प्रतिबंध को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने रद्द किया अपना दौरा, रशीद ने भी किया पलटवार

क्रिकेट : अफगानिस्तान में चल रहे तालिबानी शासन में महिलाओं पर लदे प्रतिबंध को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने रद्द किया अपना दौरा, रशीद ने भी किया पलटवार

तालिबानी राज में महिला उत्पीड़न को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने लिया फैसला

अफगानिस्तान में चल रहे तालिबानी शासन के कारण अफगानिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने अफगानिस्तान के खिलाफ मार्च में खेली जाने वाली तीन वनडे मैचों की सीरीज को तालिबानी राज में महिला उत्पीड़न को देखते हुए रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है। इस बारे में सीए ने बयान जारी करते हुए कहा है कि वह अफगानिस्तान समेत दुनियाभर में महिला-पुरुषों को खेल में लाने के साथ ही उनके विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं।

आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की टीम फरवरी में भारत दौरे पर चार टेस्ट मैच और तीन वनडे मैच खेलने आएगी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलनी थी। ये सीरीज अफगानिस्तान में नहीं बल्कि यूएई में होनी थी, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने महिलाओं के प्रति तालिबान के रवैये को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया और इस सीरीज को रद्द कर दिया है।

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने ट्वीटर पर दी जानकारी

इस बारे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सीए अफगानिस्तान समेत दुनियाभर में महिला-पुरुषों को खेल में लाने के साथ ही उनके विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड समेत उनके देश में लड़कियों और महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने को लेकर लगातार संपर्क साध रहा है। साथ ही अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने के फैसले को लेकर सीए ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार के समर्थन देने को भी धन्यवाद दिया है।

रशीद खान ने दी ये 'धमकी'

अब इसके जवाब में, राशिद खान और नवीन-उल-हक की अफगानिस्तान जोड़ी ने बिग बैश लीग (बीबीएल) से बाहर निकलने की धमकी देकर ऑस्ट्रेलिया के आह्वान का विरोध करने का फैसला किया। “मैं वास्तव में निराश हूं कि ऑस्ट्रेलिया मार्च में हमारे साथ खेलने के लिए श्रृंखला से हट गया है। मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर बहुत गर्व है और हमने विश्व मंच पर बहुत सुधार किया है,” राशिद खान ने ट्विटर पर लिखा। आगे उन्होंने लिखा “सीए का यह निर्णय हमें उस यात्रा पर वापस लाता है। अगर खेल बनाम अफगानिस्तान ऑस्ट्रेलिया के लिए असहज है, तो मैं बीबीएल में अपनी उपस्थिति से किसी को भी असहज नहीं करना चाहता। इसलिए मैं उस प्रतियोगिता में अपने भविष्य पर दृढ़ता से विचार करूंगा।

 

देश में है तालिबानी शासन

गौरतलब है कि अफगानिस्तान में चल रहे तालिबानी राज में तालिबानियों ने महिलाओं पर पढ़ाई के साथ ही घर से बाहर काम न करने जैसे कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं। साथ ही लड़कियों के खेलने पर भी पाबंदी है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने तालिबानियों के इसी रवैये का विरोध करते हुए अफगानिस्तान की टीम के साथ क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया है।

अफगानिस्तान को होगा फायदा

हालांकि सीरीज का रद्द होना किसी भी मायने में अफगानिस्तान के लिए अच्छा नहीं है पर फिर भी आईसीसी वनडे सुपर लीग के तहत खेली जानी वाली ये सीरीज ऑस्ट्रेलिया ने रद्द की है तो इस सीरीज के 30 फीसदी अंक अफगानिस्तान के खाते में जुड़ेंगे।