13 जनवरी को पीएम मोदी जिसका उद्घाटन करने वाले हैं वो दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर यात्रा करने वाला लक्जरी ट्रिपल-डेक क्रूज ‘गंगा विलास’ वाराणसी पहुंच गया

13 जनवरी को पीएम मोदी जिसका उद्घाटन करने वाले हैं वो दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर यात्रा करने वाला लक्जरी ट्रिपल-डेक क्रूज ‘गंगा विलास’ वाराणसी पहुंच गया

वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक यात्रा करने वाले क्रूज में 18 सूट के साथ 80 यात्रियों की क्षमता

22 दिसंबर को कोलकाता से रवाना हुआ गंगा विलास लग्जरी क्रूज मंगलवार को वाराणसी के रामनगर बंदरगाह पहुंचा गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार क्रूज जो शनिवार को वाराणसी पहुंचने वाला था, खराब मौसम के कारण देरी से पहुंचा। क्रूज रामनगर बंदरगाह से संत रविदास घाट तक जाएगा, जहां उसका भव्य स्वागत किया जाएगा।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को एमवी गंगा विलास क्रूज यात्रा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे। लक्जरी ट्रिपल-डेक क्रूज वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर यात्रा करेगा। क्रूज में 18 सूट के साथ 80 यात्रियों की क्षमता होगी। यह क्रूज 51 दिनों की साहसिक यात्रा पर निकलेगा और 15 दिनों तक बांग्लादेश से होकर गुजरेगा। इसके बाद यह असम में ब्रह्मपुत्र नदी के रास्ते डिब्रूगढ़ पहुंचेगा।

लग्जरी क्रूज 3,200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा और भारत और बांग्लादेश में 5 राज्यों से होकर गुजरेगा। यह क्रूज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम की कुल 27 नदियों से होकर गुजरेगा जिसमें तीन प्रमुख नदियां गंगा, मेघना और ब्रह्मपुत्र शामिल हैं। क्रूज बंगाल में भागीरथी, हुगली, विद्यावती, मालता और सुंदरबन नदी प्रणालियों में प्रवेश करेगा। बांग्लादेश में, यह बांग्लादेश में मेघना, पद्मा और जमुना से होकर गुजरेगी और फिर असम में ब्रह्मपुत्र में प्रवेश करेगी।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 51 दिनों के क्रूज का रूट विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका जैसे 50 पर्यटन स्थलों की यात्रा को ध्यान में रखकर बनाया गया है।