सूरत : प्रतिस्पर्धा में नहीं, गुणवत्ता के साथ अपने शर्तों पर कारोबार करें कपड़ा व्यापारी 

सूरत : प्रतिस्पर्धा में नहीं, गुणवत्ता के साथ अपने शर्तों पर कारोबार करें कपड़ा व्यापारी 

पेमेन्ट सिस्टम को लेकर बहुत प्रयास हुए, लेकिन सफलता नहीं मिली - बता रहे हैं सुनिल जैन

रिंग रोड स्थित कोहिनूर हाउस में कपड़ा कारोबार से जुड़े सुनील कुमार जैन बताते हैं कि वर्तमान में बेहद धीमी गति से कारोबार चल रहा है। हालांकि नए साल के पहले सप्ताह से ही मूवमेंट की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। पेमेन्ट क्राइसेस के बारे में सुनिल जैन बताते हैं कि पेमेन्ट सिस्टम को लेकर बहुत प्रयास हुए, लेकिन सफलता नहीं मिली। हर व्यापारी लेट पेमेन्ट व डूबत की बात करता है, लेकिन जब इसकी गहराई में जायेंगे तो कहीं न कहीं व्यापारी को ही दोषी पाएंगे। व्यापारी को अपनी पूंजी सुरक्षित कर व्यापार करने की समझ होनी चाहिए और इस पर स्वयं ही निर्णय लेना होगा। 

सूरत के व्यापारियों का ही माल 3 से 6 महीने बाद वापस कर देता है

सुनील जैन बताते हैं कि सूरत में कपड़ा कारोबारी प्रतिस्पर्धा में व्यापार करते हैं। एक दूसरे की देखा-देखी में व्यापारी अधिक माल बेचने की होड़ में व्यापारियों की मांग से अधिक माल भेज देते हैं। परिणाम स्वरूप जब पेमेन्ट देने की बारी आती है तो रुपए की मांग करने पर बाहर की मंडियों के व्यापारी सूरत के व्यापारियों का ही माल 3 से 6 महीने बाद वापस कर देता है। अब कुछ व्यापारी इस तरह के व्यापार को समझ गए हैं और विराम लगाने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि कुछ व्यापारी अपना प्रोडक्शन कम कर गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए अपने शर्तों पर व्यापार करना शुरु कर दिया है। परंतु अभी भी कुछ पुराने ढर्रे पर व्यापार करने में लगे हुए हैं, जो ना तो उनके लिए और ना ही सूरत के कपड़ा कारोबार के लिए बेहतर है।

 अच्छे व्यापारियों के साथ अपने शर्तों पर कारोबार करने की सीख दी

सुनील जैन बताते हैं कि सूरत में अधिक माल बनाने की वजह से ही अमुक व्यापारियों की नियत खराब हो गई और वे धोखाधड़ी करने लगे हैं या यूं कहें कि सूरत के व्यापारियों की माल बेचने का उतावलापन ही गलत व्यापारियों को पनपने का मौका दिया है। अब हाल की स्थिति को देखते हुए सभी व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा (होड़) के व्यापार से बचना होगा। हकीकत की परिस्थिति को देखते हुए गुणवत्ता युक्त व्यापार की ओर मुड़ना होगा। सुनिल जैन बताते हैं कि व्यापारी अपने स्तर से अनेकों प्रकार की वेरायटियां तैयार कर रहे हैं, लेकिन उसके सामने रिक्वायरमेंट नहीं है। जिससे व्यापारियों को काफी पूंजी लगानी पड़ रही है। सुनिल जैन सूरत के कपड़ा बारोबारियों को हाल की परिस्थिति को देखते हुए नई-नई डिजाइन तैयार कर अच्छे व्यापारियों के साथ अपने शर्तों पर कारोबार करने की सीख दी है।