केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "गुजरात चुनाव ने दिया संदेश, 2024 के लोकसभा चुनाव से बदल जाएगी 'पूरी राजनीतिक तस्वीर'!

गुजरात भाजपा का गढ़ था और रहेगा, चुनाव में कई नई पार्टियां आईं, अलग-अलग दावे और गारंटी दी लेकिन सभी पार्टियों का हुआ सफाया

हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत से 'पूरी राजनीतिक तस्वीर' बदल जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस जीत का 2024 के लोकसभा चुनाव पर 'सकारात्मक प्रभाव' पड़ेगा।

अमित शाह रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूरत शहर व जिला भाजपा द्वारा आयोजित नवनिर्वाचित विधायकों के अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 2022 में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का श्रेय जिसमें पार्टी ने अपना और राज्य का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड तोड़ते हुए अधिकतम सीटें जीतीं। शाह ने कहा कि ये नतीजे इस बात का सबूत हैं कि गुजरात पार्टी का 'गढ़' है।

गुजरात भाजपा का गढ़

केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे अपने संबोधन में कहा कि इस चुनाव में कई नई पार्टियां आईं, अलग-अलग दावे और गारंटी दी लेकिन नतीजों के बाद इन सभी पार्टियों का सफाया हो गया है। शाह ने आगे कहा कि नतीजे बताते हैं कि गुजरात के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। आज इस प्रचंड जीत ने देश को एक कड़ा संदेश दिया है कि गुजरात भाजपा का गढ़ था और रहेगा।

 

गुजरात विधानसभा चुनाव जीत कार्यकर्ताओं के लिए उत्साह, प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत 

शाह ने आगे कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में यह जीत देश भर के कार्यकर्ताओं के लिए उत्साह, प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत है। इस जीत से पूरी राजनीतिक तस्वीर बदल जाएगी और नतीजों का 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। अपने संबोधन में उन्होंने गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व अन्य को भी बधाई दी।

चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत

गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कुल 182 विधानसभा सीटों में से 156 सीटें जीतकर इतिहास रचा। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान खूब हो हल्ला किया और कई चुनावी वादे किए, लेकिन केवल पांच सीटें जीतने में सफल रही, जबकि कांग्रेस पार्टी 17 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।