वडोदरा : विकास की यह प्रक्रिया आपसी साथ और सहयोग के बिना संभव नहीं-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने नारी गौरव दिवस पर महिला उत्कर्ष के विभिन्न कार्यक्रमों का वडोदरा से कराया शुभारंभ

नारी शक्ति का सम्मान समृद्धि की दिशा का मार्ग है, राज्य सरकार ने नारी शक्ति को दिया विकास का योग्य आर्थिक माहौल 
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य की नारी शक्ति का सम्मान करने के लिए बुधवार को वडोदरा में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर गुजरात में एक बिल्कुल नई विकास की दुनिया हमनें बनाई है। नारी शक्ति के आशीर्वाद से हमारी सरकार शासन के पांच वर्ष पूरे कर रही है। पांच वर्ष पूर्ण होने का यह अवसर सरकार के लिए उत्सव का अवसर नहीं बल्कि हमने तो जनसेवा के कार्यों का सेवा यज्ञ शुरू किया है। मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री  नितिनभाई पटेल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सुशासन के सफल पांच वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुरू किए गए जनसेवा यज्ञ अनुष्ठान का चौथा दिन नारी शक्ति को समर्पित किया गया है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के अंतर्गत दिसंबर, 2022 से पहले राज्य की 10 लाख महिलाओं का योजना में समावेश कर 1000 करोड़ रुपए का बिना ब्याज का ऋण प्रदान किया जाएगा। इस नौ दिवसीय सेवा यज्ञ के तहत राज्य में 18 हजार कार्यक्रमों के जरिए 15 हजार करोड़ रुपए के कार्य सरकार आगे बढ़कर लोगों को समर्पित कर रही है। उन्होंने कहा कि इस सेवा यज्ञ के दौरान लोगों के पास जाकर उनका भरोसा दृढ़ करना है कि पांच वर्ष पहले हमने जो कहा था, उससे कई गुना अधिक हमने कर दिखाया है। 
श्री रूपाणी ने इस जनसेवा यज्ञ का विरोध करने वाले लोगों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हम बहलाने-फुसलाने वाले लोग नहीं है बल्कि ‘जो कहना, वह करना और जितना कर सकें, उतना ही कहना’ यही हमारे संस्कार हैं। 
 इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के तहत राज्य के 14 हजार महिला समूहों (संयुक्त देयता, आय और बचत समूह-जेएलईएसजी) की एक लाख महिलाओं को 140 करोड़ रुपए के बिना ब्याज के ऋण का वितरण करने के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के विभिन्न विकास कार्यों का डिजिटल तरीके से लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जन-जन के प्रति संवेदना और सभी के सर्वांगीण विकास की संकल्पना के साथ हमने अनेक निर्णय किए हैं और लोगों तक उसके लाभ पहुंचाए हैं। आज उसका हिसाब जनशक्ति के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ राज्य सरकार का कार्यमंत्र रहा है। इस बार हमने ‘सबके साथ से, सबका विकास’ को साकार कर दिखाया है। इसलिए विकास की यह प्रक्रिया परस्पर साथ और सहयोग के बिना संभव नहीं है। हमने गुजरात में सबके साथ से सबका विकास किया है। 
नारी शक्ति का सम्मान समृद्धि की दिशा का मार्ग 
नारी शक्ति का गौरव करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि जहां महिलाओं का सम्मान और गौरवगान होता है, वहां देवताओं का वास होता है। तात्पर्य यह कि नारी शक्ति का सम्मान समृद्धि की दिशा का मार्ग है। नारी शक्ति को विकसित होने का योग्य आर्थिक वातावरण राज्य सरकार ने दिया है। उन्होंने कहा कि हम नारी में निहित शक्ति और ऊर्जा की उपासना करते हैं। गुजरात की नारी अबला नहीं बल्कि वह तेजस्विता और ऊर्जा का प्रतीक है। परंपराओं और संस्कार से हमने महिला को सम्मानजनक स्थान दिया है। अब गुजरात की महिलाओं को पुरुष से भी अधिक शक्तिशाली बनाने का प्रयास कर विभिन्न क्षेत्रों में समान अवसर मुहैया कराए हैं। राज्य सरकार की लोकोपयोगी, जनहितकारी और जनोन्मुखी योजनाएं और कार्यक्रम नारी गौरव को समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि जापान के टोक्यों में चल रहे ओलंपिक खेलों में अपने गुजरात की छह महिला खिलाड़ी विभिन्न खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर रही  हैं। 
शासन में महिलाएं बराबर की अधिकारी 
राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को समान अधिकार और समान दर्जा दिए जाने का उल्लेख करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि शासन में महिलाएं बराबर की अधिकारी हैं। स्थानीय निकाय की संस्थाओं में महिलाओं को 50 फीसदी अवसर दिए गए हैं। आज महिलाएं केवल घर ही नहीं चलातीं अपितु गांव, शहर, नगर पंचायत और जिले की कमान भी महिलाओं के हाथ में है। 
हाल ही में डेढ़ लाख से अधिक युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी दिए जाने का गौरवपूर्वक जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उसमें 33 फीसदी भर्तियां महिलाओं के लिए सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में विभिन्न वर्गों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं कार्यरत हैं। जिसमें से 189 योजनाएं पूरी तरह से महिलाओं की योजनाएं हैं। राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना की भूमिका स्पष्ट करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर हमने गुजरात की महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना की सौगात दी थी। 
महिलाएं बिना ब्याज के बैंक से कर्ज हासिल कर सकें ऐसी यह देश की पहली योजना
इस योजना के अंतर्गत राज्य में 10 हजार सखी मंडलों का गठन किया गया है। महिलाएं बिना ब्याज के बैंक से कर्ज हासिल कर सकें ऐसी यह देश की पहली योजना है। मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना संयुक्त देयता, आय और बचत समूह (जेएलईएसजी) की पूरी दुनिया की नवीन अवधारणा के अनुरूप ऐतिहासिक पहल है। बांग्लादेश के नोबेल विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस के माइक्रो फाइनेंस के विचार से भी बेहतर तरीके से इस योजना को बनाया गया है। यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणादायी है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लक्ष्य के साथ यह योजना शुरू की गई है। 
मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने गुजरात को श्रेष्ठ से सर्वश्रेष्ठ और उत्तम से सर्वोत्तम बनाया-  श्रीमती विभावरीबेन दवे
राज्य मंत्री श्रीमती विभावरीबेन दवे ने कहा कि मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने गुजरात को श्रेष्ठ से सर्वश्रेष्ठ और उत्तम से सर्वोत्तम बनाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2002 में महिलाओं की फिक्र कर अलग से महिला एवं बाल विकास विभाग शुरू किया था। तब उसका बजट 456 करोड़ था जो आज बढ़कर 3511 करोड़ हो गया है। श्रीमती दवे ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए तमाम कदम उठाए हैं। महिलाओं को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराकर स्वावलंबी बनाने के अलावा व्हाली दीकरी योजना, महिला उत्कर्ष योजना और गंगा स्वरूपा योजना के माध्यम से सरकार ने महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान किए हैं। महापौर  केयुर रोकड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री  नितिनभाई पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महिला उत्कर्ष और महिला सुरक्षा की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। 
जिला पंचायत अध्यक्ष  अशोकभाई पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को यथोचित सम्मान दिया है। राज्य की नारी शक्ति को पुरुष प्रधान समाज में बराबरी का स्थान मिले ऐसी योजनाएं क्रियान्वित की हैं। मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के अंतर्गत वडोदरा जिले में 448 महिला समूहों को 1-1 लाख रुपए का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया गया है। 
विधायक श्रीमती मनीषाबेन वकील ने कहा कि सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं अमलीकृत की हैं। उन्होंने इन महिला केंद्रित योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने का आह्वान किया। 
विधायक श्रीमती सीमाबेन मोहिले ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। जिसके लिए राज्य सरकार ने विभिन्न नीतियां लागू कर नारी को सक्षम बनाया है। 
इस मौके पर मुख्यमंत्री और महानुभावों ने गंगा स्वरूपा (विधवा) सहायता योजना की लाभार्थी महिलाओं, महिला उत्कर्ष योजना के मंडलों को सहायता और लाभों का वितरण करने के साथ ही महिला उत्कर्ष योजना की पुस्तिका का विमोचन किया। प्रारंभ में ग्राम विकास विभाग की सचिव श्रीमती सोनल मिश्रा ने सभी का स्वागत किया जबकि शहरी विकास विभाग के सचिव लोचन सेहरा ने आभार व्यक्त किया। 
कार्यक्रम में मुख्य सचिव  अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव  के. कैलाशनाथन, अग्रणी भार्गव भट्ट, डॉ. विजयभाई शाह, पूर्व महापौर  भरत डांगर, पदाधिकारी, सचिव  के.के. निराला, मनपा आयुक्त श्रीमती शालीनि अग्रवाल, कलक्टर  आर.बी. बारड, जिला विकास अधिकारी डॉ. राजेन्द्र पटेल, गुजरात आजीविका संवर्धन कंपनी लि. (जीएलपीसी) के प्रबंध निदेशक के.सी. संपत और पार्षदों सहित महिलाएं एवं लाभार्थी उपस्थित थे। 
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