राजकोट : पड़ोसी ने की पड़ोसी की हत्या, जानें कैसे डोरबेल बनीं मौत का कारण!

किरीटभाई मेरे घर अक्सर आया करते थे। वह मुझसे धार्मिक किताबों और सत्संग के बारे में बात कर रहे थे। कई बार मैं किरीटभाई के सत्संग से ऊब जाता था

रंगीला राजकोट शहर  में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पड़ोस में रहने वाले किरीटभाई को उसी पड़ोस में रहने वाले मोंटू नाम के एक आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति ने मार डाला। मामले के कुछ ही घंटों के भीतर गांधीग्राम पुलिस ने हत्या के आरोपी मोंटू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में किरीटभाई की हत्या की चौंकाने वाली वजह सामने आई है। जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे। इस मामले में गिरफ्तार आरोपी हत्या के मामले में पहले ही जेल जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार हत्या का प्रयास राजकोट शहर के गांधीग्राम थाना क्षेत्र के नागेश्वर में हुआ। गांधीग्राम पुलिस ने किरीट भाई को गंभीर रूप से घायल करने के आरोप में आरोपी मोंटू के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 और जीपी एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया था। इलाज के दौरान किरीटभाई की मौत बाद में हत्या के प्रयास से हत्या में बदल गई।
सामान्य मामला बढ़ा हत्या तक: आरोपी मोंटू ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह और मृतक एक दूसरे से परिचित थे। किरीटभाई मेरे घर अक्सर आया करते थे। वह मुझसे धार्मिक किताबों और सत्संग के बारे में बात कर रहे थे। कई बार मैं किरीटभाई के सत्संग से ऊब जाता था।"
आरोपी ने आगे कहा, "किरीटभाई शनिवार को मेरे घर आए थे जब मैं गहरी नींद में सो रहा था। घर आने के बाद, वह लगातार दरवाजे की घंटी बजे रहे थे, जिससे मेरी नींद में खलल पड़ रहा था। इसलिए मुझे गुस्सा आ गया और पर डंडे से वार कर दिया। घायलावस्था में उसे राजकोट के एक सिविल अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने आगे कहा कि मोंटू 2012 में भी हत्या में शामिल था। इस अपराध में उन्हें छह साल की जेल भी हो चुकी है। वह पिछले 5 साल से बाहर हैं। पता चला है कि वह पिछले काफी समय से कोई काम नहीं कर रहा है।
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