अहमदाबाद : सड़क पर घूमते आवारा मवेशियों से निपटने का एक्शन प्लान तैयार, नगर निगम में हाई कोर्ट में जमा किया हलफनामा

अहमदाबाद : सड़क पर घूमते आवारा मवेशियों से निपटने का एक्शन प्लान तैयार, नगर निगम में हाई कोर्ट में जमा किया हलफनामा

अहमदाबाद नगर निगम द्वारा गुजरात उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत दो महत्वपूर्ण हलफनामों में दी गयी सारी जानकारी

अहमदाबाद शहर सहित पूरे राज्य में आवारा पशुओं की समस्याओं को लेकर हाई कोर्ट ने कड़े तेवर दिखाए हैं। अब इसके रोकथाम के लिए अहमदाबाद नगर निगम और पुलिस व्यवस्था के सहयोग से एक विशेष संयुक्त कार्य योजना तैयार की गई है। इसका विवरण राज्य सरकार को सौंप दिया गया है। अब जैसे ही सरकार अहमदाबाद नगर निगम-पुलिस की इस संयुक्त दीर्घकालिक और अल्पकालिक कार्य योजना को मंजूरी देती है, तो इसका प्रभावी कार्यान्वयन राज्य भर में शुरू हो जाएगा।

सरकार की अंतिम मंजूरी का इंतजार


आपको बता दें कि राज्य भर में आवारा पशुओं के अत्याचार के संबंध में अधिवक्ता अमित पांचाल द्वारा दायर अवमानना याचिका और जनहित याचिका में अहमदाबाद नगर निगम द्वारा दायर हलफनामे में कहा गया है कि आवारा मवेशियों की क्रूरता की रोकथाम के लिए एक विशिष्ट नीति के साथ आने के आदेश के अनुसरण में, राज्य सरकार के शहरी विकास विभाग, गृह विभाग, पुलिस आयुक्त और अहमदाबाद नगर निगम के उच्चाधिकारियों के लिए एक से बढ़कर एक बैठक हुई। जिसमें आवारा पशुओं की समस्या के स्थायी समाधान हेतु अति प्रभावी संयुक्त कार्य योजना तैयार करने का निर्णय लिया गया तथा इसके लिए शासन द्वारा प्रस्तावित संयुक्त कार्य योजना दीर्घकालीन एवं अल्पकालीन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। जिसके अनुसार अहमदाबाद नगर निगम ने इस संबंध में विवरण सरकार को सौंप दिया है। अब सरकार को अंतिम नीति या योजना को अंतिम रूप देना है जिसके बाद इसका प्रभावी क्रियान्वयन राज्य भर में भी किया जाएगा। आवारा पशु प्रताड़ना मामले में कल अहम सुनवाई होगी, जिसमें राज्य सरकार भी अपना जवाब दाखिल कर सकती है।

नरोदा के मृतक युवक की पत्नी को पांच लाख का मुआवजा


गौरतलब है कि नरोदा में आवारा मवेशियों के कारण एक युवक की मौत के मामले में उच्च न्यायालय ने कहा कि अहमदाबाद नगर निगम द्वारा घोषित दो लाख का मुआवजा अपर्याप्त और अनुचित था, इसलिए नगर निगम ने मुआवजे की राशि बढ़ाकर पांच लाख कर दी और 19 अक्टूबर को उसकी पत्नी मृतक भाविन पटेल को चेक के माध्यम से पांच लाख का भुगतान किया गया था। पांच लाख मुआवजा विलेख के माध्यम से उच्च न्यायालय को बताया गया कि भुगतान चेक से किया गया है।

आवारा पशुओं के आतंक के रोकथाम के लिए उठाए गए उपाय


आपको बता दें कि आवारा पशुओं के आतंक के रोकथाम के लिए जो कदम उठाये गये है उनमें अहमदाबाद शहर में चौबीसों घंटे संचालन के लिए क्षेत्रवार कुल 21 टीमों को तैनात किया गया है। अहमदाबाद नगर निगम के सीएनसीडी विभाग ने ढाई महीने में कुल 5353 आवारा पशुओं को पकड़ा गया है। साथ ही तीन नए अस्थायी केतली शेड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसमें लैंब का केतली शेड क्रियाशील हो गया है। आवारा पशुओं को सार्वजनिक सड़कों पर छोड़ने पर 410 पशुपालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की गयी है। आवारा पशुओं को गिरफ्तार करने वाली टीमों को सूचना देने के लिए अलग-अलग स्थानों पर आठ स्टेटिक टीमों को तैनात किया गया है। साथ ही पशुपालकों, बस्तियों और विभिन्न स्थानों पर आवारा पशुओं की संख्या की भी मैपिंग की जा रही है। शहर में पुलिस इंफोर्समेंट और सीएनसीडी की टीम द्वारा संयुक्त रूप से लगातार मॉनिटरिंग व पेट्रोलिंग की जा रही है।