अहमदाबाद : मोरबी पुल हादसे में सबसे बड़ी कार्रवाई, नगर मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला निलंबित

अहमदाबाद : मोरबी पुल हादसे में सबसे बड़ी कार्रवाई, नगर मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला निलंबित

लोग इस हादसे में जान गंवाने वाले मूल आरोपी को पकड़ने की मांग कर रहे हैं

मोरबी पुल हादसे में सबसे बड़ी कार्रवाई की गई। नगर निगम के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह झाला को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले मुख्य अधिकारी से पूछताछ की गई। कहा जा रहा है कि संदीप झाला को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। गौरतलब है कि लोग इस हादसे में जान गंवाने वाले मूल आरोपी को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। उस समय पुलिस ने ध्रांगध्रा स्थित जयसुख पटेल के कार्यालय में भी जांच की। जहां ताला लगा था। तब पुलिस ने ओरेवा कंपनी के जयसुख पटेल के फोन को ट्रेस किया और हरिद्वार में उसका अंतिम स्थान पाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बात की भी जानकारी मिली है कि जयसुख पटेल परिवार के साथ हरिद्वार के एक बंगले में छिपे हैं। इस हादसे में जांच तेज होने पर ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल अंडरग्राउंड हो गए। जयसुख पटेल अपने परिवार के साथ फरार हो गया है।

अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है


मोरबी झूलता पूल ढहने की घटना में ओरेवा कंपनी के दो प्रबंधकों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें दाहोद जिले के गरबाडा तालुका के टूकीवजू गांव के दो सगे भाइयों समेत तीन मजदूर भी शामिल हैं। 143 साल पुराने पुल की मरम्मत सात महीने पहले ही की गई थी। इस मरम्मत के लिए दाहोद जिले के गरबाड़ा तालुका के टूंकीवजू गांव के तीतरिया फलिया में रहने वाले अल्पेश गलाभाई गोहिल, उनके बड़े भाई दिलीप गोहिल और कामाविरा फलिया में रहने वाले मुकेश दलसिंहभाई चौहान, मजदूरी के लिए मोरबी गए और वहां ओरेवा कंपनी में शामिल हो गए।
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