अहमदाबाद : फर्जी वीजा जारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, गुजरात एटीएस ने चार को किया गिरफ्तार

अहमदाबाद : फर्जी वीजा जारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, गुजरात एटीएस ने चार को किया गिरफ्तार

एटीएस टीम ने फर्जी कैनेडियन वीजा बनाकर लोगों से ठगी करने वाले एजेंटों को पकड़ा, फर्जी वीजा बनाकर लाखों की कमाई की

अहमदाबाद के नवा नरोडा इलाके से गुजरात एटीएस ने एयरवे हॉलिडे से मुख्य एजेंट समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हाल ही में गुजरात में फर्जी पासपोर्ट, फर्जी वीजा, फर्जी दस्तावेजों के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस भी सक्रिय हो गई है। कुछ समय पहले सिटी एसओजी ने वीजा के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह को पकड़ा था, अब गुजरात एटीएस ने फर्जी वीजा असली बनाने वाले एजेंटों को पकड़ा है।
19 तारीख एटीएस टीम को सूचना मिली कि न्यू नरोडा में विट्ठल प्लाजा नामक परिसर की पहली मंजिल पर स्थित 'एयरवे हॉलिडे' नामक कार्यालय में फर्जी वीजा बनाए जा रहे हैं। जिसके आधार पर एटीएस की टीम ने एयर वे हॉलिडे पर छापा मारा और नीलेश पंड्या नाम के एजेंट और उसके साथियों को हिरासत में लिया।  नीलेश पंड्या और उनके अंडरकवर एजेंट विदेश जाने के लिए फर्जी वीजा बनाते हैं, जिसकी जांच के आधार पर यहां से 5 पासपोर्ट बरामद हुए। उस पासपोर्ट में कैनेडियन वीजा मिला था जिसे कनाडा सरकार की GCKEY गवर्नमेंट ऑफ कनाडा की (KEY) के जरिए वेरिफाई किया गया था।

सभी पांच पासपोर्ट धारकों के वीजा आवेदन रद्द कर दिए गए

जिसमें सभी पांच पासपोर्ट धारकों के वीजा आवेदन रद्द कर दिए गए, इसके बावजूद नीलेश पंड्या और उनके सहयोगियों ने इन पासपोर्ट धारकों को कनाडाई वीजा की मंजूरी के संबंध में कनाडा के वीजा धारकों के ई-मेल आईडी पर फर्जी ई-मेल भेज दिया। कनाडाई वीजा के स्टिकर और उन्हें पासपोर्ट में चिपका दिया। नकली वीजा को असल बताकर क्लाइंट और उनके साथ मौजूद अन्य एजेंटों को यह बताकर क्लाइंट के पासपोर्ट में धोखाधड़ी कर लाखों रुपये कमाते थे। सागर के मामले में गुजरात एटीएस द्वार प्रमुख नीलेश पंड्या समेत चार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।

वर्ष 2005 में कालूपुर में जाली नोटों के अपराध का मामला दर्ज किया गया था

गुजरात एटीएस ने नीलेश हसमुखभाई पंड्या, जय महेशभाई त्रिवेदी, मयूरकुमार प्रवीणभाई पांचाल और पीयूष परसोत्तम दास पटेल को गिरफ्तार किया है। जिसमें से मुख्य आरोपी नीलेश पंड्या पर वर्ष 2005 में कालूपुर में जाली नोटों के अपराध का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें 5 साल की सजा काट चुका है। साथ ही साल 2012 में राजस्थान के झुंझुनू में भी फर्जी वीजा का अपराध दर्ज किया गया था। जबकि वर्ष 2012 में एलिसब्रिज पुलिस स्टेशन में भी फर्जी वीजा का अपराध दर्ज किया गया था।

वर्ष 2016 में नरोडा पुलिस स्टेशन में नकली पर्यटक वीजा का अपराध दर्ज किया गया

वर्ष 2016 में नरोडा पुलिस स्टेशन में नकली पर्यटक वीजा का अपराध दर्ज किया गया, वर्ष 2019 में बरोडा थाने में नकली पासपोर्ट का अपराध दर्ज किया गया है। इसके अलावा वर्ष 2012 में एक अन्य आरोपी पीयूष पटेल के खिलाफ राजस्थान के झुंझुनूं में  भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। इससे पहले कितने लोगों को इस तरह कनाडा का फर्जी वीजा बनाया गया है और वीजा बनवाने के लिए कितने रुपये लिए जाते हैं, इसकी आगे की जांच की जा चुकी है। 
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