अहमदाबाद : माता-पिता के लिए चेतावनी समान घटना, नाबालिग ने पढ़ाई में मुश्किल होने के बाद यह कदम उठाया

अहमदाबाद : माता-पिता के लिए चेतावनी समान घटना, नाबालिग ने पढ़ाई में मुश्किल होने के बाद यह कदम उठाया

माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को सरल तरीके से पढ़ाएं और जितना पढ़ना चाहें उतना ही पढ़ाएं

अहमदाबाद शहर के पूर्व इलाके में एक नाबालिग घर से कॉलेज जाने के लिए निकली और वापस नहीं लौटने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। किशोरी एक कॉलेज में पढ़ रही थी, लेकिन वह पिछले तीन महीने से कॉलेज नहीं गई। इस बारे में जब उसके पिता को कॉलेज से पता चला और उससे पूछा तो उसने छुट्टी का बहाना बताया। फिर उसे अपने माता-पिता से एक सामान्य डांट मिली। जिससे वह अगले दिन कॉलेज गई और बाद में घर नहीं आई, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कॉलेज की फटकार के बाद सामने आया सच


शहर के पूर्व क्षेत्र 41 वर्षीय व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता है और कपड़ा व्यवसाय करता है। उनके बच्चों में दो बेटियां हैं। जिसमें एक 16 वर्षीय बेटी देहगाम रोड के पास एक विश्वविद्यालय में तीसरे सेमेस्टर में पढ़ रही है। पिछले 13 तारीख की सुबह व्यक्ति को अपनी बड़ी बेटी के कॉलेज से फोन आया और कहा गया, तुम्हारी बेटी पिछले तीन महीने से कॉलेज क्यों नहीं आ रही है? तब किशोरी के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने कहा था कि छुट्टी है। तब कहा गया कि कॉलेज में छुट्टी नहीं है और कॉलेज चल रहा है। कॉलेज से बेटी का फोन आने की बात पिता ने बेटी से कहा तो बेटी ने कहा हां पापा कॉलेज तो चल रहा है, लेकिन पढ़ाई में दिक्कत हो रही है, इसलिए मैं कॉलेज नहीं जाना चाहती। जिससे नाबालिग के माता-पिता ने उसे सामान्य रुप से फटकार लगाई। 

माता-पिता के डांटने पर घर से कालेज गई नाबालिग नहीं लौटी


बाद में अगले दिन यानी 14 तारीख को किशोरी अपना कॉलेज बैग लेकर कॉलेज जाने के लिए घर से निकली। वह रोज की तरह शाम को घर नहीं आई। इसलिए जब पिता ने इस बेटी को फोन किया तो उसका फोन स्विच ऑफ था। बेटी जिस गाड़ी से कॉलेज जाती है उसके ड्राइवर को फोन कर पूछने पर उसने कहा कि उसकी बेटी पिछले तीन महीने से नहीं आई है। शाम को किशोरी के पिता को बेटी के कॉलेज से मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि वह लेक्चर में शामिल हुए थे। इसके बाद पिता ने अपनी बेटी की तलाश शुरू कर दी, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिलने पर पिता ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई, पुलिस ने नाबालिग के मोबाइल फोन के आधार पर और अन्य तरीकों से जांच शुरू की और उसे खोजने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। 
गौरतलब है कि लगातार पढ़ाई का दबाव बनाने वाले अभिभावकों को विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए। क्योंकि, उनके दबाव के कारण कभी-कभी बच्चे सहनशक्ति खो देते हैं और बाद में ऐसा कोई कदम उठा लेते हैं। कई जानकार लोगों का यह भी मत है कि माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को सरल तरीके से पढ़ाएं और जितना पढ़ना चाहें उतना ही पढ़ाएं।
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