अहमदाबाद : मेट्रो स्टेशन पर पान मसाला खाकर पिचकारी मारने वालों का बेशर्म जवाब, कहा-सफाई करना तुम्हारा काम है

अहमदाबाद : मेट्रो स्टेशन पर पान मसाला खाकर पिचकारी मारने वालों का बेशर्म जवाब, कहा-सफाई करना तुम्हारा काम है

अहमदाबादियों को शर्मसार कर रही है पिचकारी मारने की आदत

गुजरात में लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। अहमदाबाद ने ट्रैफिक की समस्या के समाधान के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर मेट्रो को तोहफे के तौर पर दिया है। उन्नत सुविधाओं से लैस मेट्रो स्टेशन बने हैं, लेकिन पान-मसाला खाने वाले का क्या? पान मसाला खाने के बाद कहीं भी पिचकारी मारने की आदत कब जाएगी? अटल ब्रिज के शुभारंभ के दूसरे दिन दर्शकों ने पान-मसाला की पिचकारी मारकर शर्मसार कर दिए। अब पान मसाले के व्यसनी मेट्रो स्टेशन को भी नहीं छोड़ते। सुरक्षाकर्मी स्टेशन जाने से पहले पान मसाला गुटखा बाहर रखवा देते हैं। बावजूद इसके लोग पान मसाले को गुप्त रूप से ले जाते हैं और फिर मसाले खाने के बाद पिचकारी भी वहीं मार देते हैं।

शर्मनाक है ये हरकत


मेट्रो रेल परियोजना के प्रबंधकों और कर्मचारियों द्वारा पर्याप्त सावधानी बरती जा रही है। फिर भी लोग गुप्त रुप से गुटखा ले जाते है और पिचकारी मारने से नहीं हिचकिचाते। ऐसे लोगों को यह समझने की जरूरत है कि शहर की छवि बदल रही है, विदेशी सुविधाएं और सरकारी ढांचे की झलक मिल रही है। ऐसे में उनकी यह हरकत कहीं भी गंदगी फैलाकर शर्मसार कर रही है। 

रोक के बावजूद पान-मसाला ले जाते हैं


न्यूज 18 गुजराती टीम ने अहमदाबाद के थलतेज मेट्रो स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान यह सुनिश्चित करने की कोशिश की गई कि मेट्रो स्टेशन पर आने वाले पर्यटक स्वच्छता बनाये रखते हैं या नहीं? मेट्रो स्टेशन पर आने के दौरान लोगों की सुरक्षा जांच की जाती है। पान मसाला हो तो बाहर रखवा दिया जाता है। हालांकि, कई लोग पान मसाला को छुपा कर ले जाया जाता है। प्रशासन द्वारा इतना ध्यान देने के बावजूद लोग पान-मसाला ले जाते हैं, और इसे खाने के बाद जहां-तहां मेट्रो स्टेशन पर ही पिचकारियां मारने की घटना सामने आई है। पिचकारी मारने की आदत अहमदाबादियों को शर्मसार कर रही है।

'सफाई करना तुम्हारा काम है'


सुपरवाइजर प्रियंकाबेन ने न्यूज 18 गुजराती से बात करते हुए कहा कि यहां 7 से 8 बार सफाई होती है। यदि आप एक बार पान की पिचकारी साफ करते हैं, 10 मिनट में वापस आते हैं, तो पिचकारी मारा हुआ होता है। लोगों से अनुरोध है कि वे पान-मसाला लेकर न आएं और हर जगह पिचकारी मारकर गंदगी न करें। यात्रियों के बैठने की जगह पर तंबाकू या गुटखा खाकर फेंक देते हैं। यदि सफाई कर्मचारी गंदगी करने से रोकता है तो उत्तर मिलता है कि सफाई करना तुम्हारा काम है। पिचकारी मारने वालों को भी यह समझना होगा कि स्वच्छता बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।
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