अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गरीब कल्याण मेले के 13वें चरण का गोधरा से कराया राज्यव्यापी शुभारंभ

अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गरीब कल्याण मेले के 13वें चरण का गोधरा से कराया राज्यव्यापी शुभारंभ

दो दिवसीय गरीब कल्याण मेला अभियान के अंतर्गत 33 जिलों में आयोजित होंगे 37 गरीब कल्याण मेले

मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने कहा कि गरीबों और वंचितों को सरकारी योजनाओं का लाभ हाथोंहाथ पहुंचाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार उनके साथ खड़ी है। शुक्रवार को आदिवासी बहुल गोधरा शहर से गरीबों के सशक्तिकरण के लिए गरीब कल्याण मेला के 13वें चरण का राज्यव्यापी शुभारंभ कराते हुए उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करते ही अपने पहले भाषण में कहा था कि, सरकार गरीब, वंचित, पीड़ित, शोषित और अंत्योदय उत्थान को प्राथमिकता देगी।” उनकी इस बात को गरीब कल्याण मेले ने भलीभांति चरितार्थ किया है।

राज्य सरकार के कार्यमंत्र ‘हर हाथ को काम, हर काम का सम्मान’


मुख्यमंत्री ने आदिवासी बहुल जिले पंचमहाल-गोधरा से इस गरीब कल्याण मेले का शुभारंभ कराते हुए एक ही दिन में 35,583 से अधिक लाभार्थियों को 281 करोड़ रुपए की विभिन्न सहायताओं का वितरण किया। राज्य के अन्य जिला मुख्यालयों पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों और पदाधिकारियों ने गरीब कल्याण मेले का प्रारंभ कराया। 13वें चरण के ये गरीब कल्याण मेले 33 जिलों और 4 महानगरों समेत 37 स्थलों पर दो दिनों के लिए यानी 14 और 15 अक्टूबर को आयोजित होंगे। राज्य सरकार के कार्यमंत्र ‘हर हाथ को काम, हर काम का सम्मान’ का उल्लेख करते हुए श्री पटेल ने कहा कि गरीब कल्याण मेलों के माध्यम से सरकारी योजनाओं के लाभ और सहायता सीथे गरीबों को हाथों हाथ दी जा रही हैं।

विभिन्न 22 योजनाओं पर आधारित कॉफी टेबल बुक ‘आगेकूच’ का विमोचन किया


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 12 चरणों में आयोजित हुए 1567 गरीब कल्याण मेलों के माध्यम से 1.65 करोड़ दरिद्रनारायणों को 34,598 करोड़ रुपए के लाभ-सहायता हाथोंहाथ पहुंचाई गई है। मुख्यमंत्री और महानुभावों ने पंचमहाल जिले में 35,583 से अधिक लाभार्थियों को 281 करोड़ रुपए की विभिन्न सहायताओं का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने पंचायत विभाग की विभिन्न 22 योजनाओं पर आधारित कॉफी टेबल बुक ‘आगेकूच’ का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान शुरू की गई विकास की राजनीति के दो दशकों के फल हम सभी चख रहे हैं। उन्होंने गुजरात से गरीबी दूर करने के साथ रोजगार प्रदान करने और उद्योगों के विकास के साथ-साथ लोगों को व्यापार-रोजगार देने का सेवायज्ञ शुरू किया है। प्रत्येक क्षेत्र में विकास कर वंचितों को योजनागत लाभ देने की शुरुआत उन्होंने की है, जिसके फल आज हमें मिल रहे हैं।
श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बतौर मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान गुजरात में सुव्यवस्थित सड़कों, शुद्ध पेयजल, 24 घंटे बिजली, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य एवं उद्योग क्षेत्र के विकास की एक मजबूत नींव रखी थी, हमारी सरकार इस नींव पर तेज गति से बुलंद इमारत खड़ी कर रही है। 

गुजरात रोजगार प्रदान करने के मामले में दशकों से पूरे देश में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गुजरात में अधिकतम पूंजीनिवेश आकर्षित करने के लिए नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई वाइब्रेंट गुजरात की शृंखला के परिणामस्वरूप आज गुजरात में बड़े उद्योग समूह कार्यरत हुए हैं और इसके कारण पूंजीनिवेश बढ़ने के साथ ही लोगों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात विदेशी निवेशकों के लिए श्रेष्ठ गंतव्य बना है। गुजरात रोजगार प्रदान करने के मामले में दशकों से पूरे देश में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले केवल एक पॉकेट (क्षेत्र) में ही उद्योगों का विकास होता था। रोजगार के लिए वडोदरा से वापी तक के पट्टे का ही रुख करना पड़ता था। इसके मुकाबले आज बुनियादी भौतिक और ढांचागत सुविधाएं आसानी से उपलब्ध कराने के कारण तहसील स्तर पर भी उद्योग स्थापित हुए हैं और लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल रहा है। नतीजतन, गुजरात देश का ग्रोथ इंजन बना है। 
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल

पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत छोटे फेरीवालों को बिना गारंटी के ऋण सहायता दी जा रही है


मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने गुजरात को मिल रहे डबल इंजन सरकार के लाभ का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों को पक्के आवास, उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन, जनधन योजना के तहत बैंक खाता, पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत छोटे फेरीवालों को बिना गारंटी के ऋण सहायता दी जा रही है। इसके अलावा, नल से जल योजना के तहत गुजरात में 98 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि आदिवासी बहुल जिले में उच्च शिक्षा का दायरा बढ़ाने के लिए मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू किए गए हैं। इसके चलते आदिवासी युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही उच्च शिक्षा की सुविधाएं प्राप्त हुई है।

सीएम ने पीएम के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के स्वप्न को ‘आत्मनिर्भर गुजरात’ के जरिए साकार करने का अनुरोध किया


मुख्यमंत्री ने गोधरा जिले के लिए महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने कडाणा डैम से पानम डैम में पानी डालने की योजना को तकनीकी मंजूरी दे दी है। इस योजना के साकार होने से किसानों को सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के स्वप्न को ‘आत्मनिर्भर गुजरात’ के जरिए साकार करने के लिए सभी से साथ मिलकर आगे बढ़ने का अनुरोध किया।

सरकार ने पिछले दो दशकों से सर्वसमावेशी नीति के जरिए जनविश्वास हासिल किया है


आदिजाति विकास राज्य मंत्री श्रीमती निमिषाबेन सुथार ने कहा कि अंत्योदय की भावना को साकार करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में गरीब कल्याण मेला का मार्ग प्रशस्त कर वंचितों को देय लाभों को एक छत तले प्रदान करने की कार्य संस्कृति विकसित की है, जिसे मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले दो दशकों से सर्वसमावेशी नीति के जरिए जनविश्वास हासिल किया है। स्पष्ट नीति और साफ नीयत के कारण गुजरात ने विकास के अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। प्रारंभ में कलक्टर सुजल मयात्रा ने सभी का स्वागत काय और जिला विकास अधिकारी डीके बारिया ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर गुजरात विधानसभा के उपाध्यक्ष जेठाभाई भरवाड़, जिला पंचायत अध्यक्ष कु. कामिनीबेन सोलंकी, सांसद रतनसिंह राठोड़, विधायक जयद्रथसिंह जी परमार, सी.के. राउलजी, श्रीमती सुमनबेन चौहाण, जिला प्रभारी राजेशभाई पटेल, जिला भाजपा अध्यक्ष अश्विनभाई पटेल, अतिरिक्त विकास आयुक्त अर्जुनसिंह राठोड़, प्रभारी, अग्रणी, पदाधिकारियों और अधिकारियों सहित लाभार्थी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
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