अहमदाबाद : फसल की तैयारियों के दौरान चिंता के बादल छाये, गीर क्षेत्र में बेमौसम बारिश

अहमदाबाद : फसल की तैयारियों के दौरान चिंता के बादल छाये, गीर क्षेत्र में बेमौसम बारिश

बदलते मौसम के दौरान बारिश से फसल को भारी नुकसान हो सकता है

 अभी पूरे राज्य में बारिश हो रही है। इसलिए गीर क्षेत्र में भी अच्छी बारिश हुई है। बदलते मौसम के दौरान बारिश से फसल को भारी नुकसान हो सकता है। क्योंकि सर्दियों में बारिश के कारण खेत में खड़ी फसलों को नुकसान हो रहा है। फिर गीर क्षेत्र में शाम को गरज के साथ बारिश होने लगती है। बिजली और हवा के साथ बारिश होती है। जबकि फसल कटाई के लिए तैयार है, एक आकाशीय आपदा उन पर आ गई है। यही हाल गीर के किसानों का है, जहां कुछ दिनों के लिए दोपहर में अचानक मौसम बदल जाता है और किसानों की चिंता बढ़ जाती है। आसमानी आपदा से मूंगफली, सोयाबीन और कपास सहित फसलों को नुकसान हो रहा है।

आसमानी आपदा को लेकर किसानों में भय का माहौल


यह स्थिति गीर सोमनाथ जिले के इलाकों की हैं, जहां समग्र जगह पर जाते-जाते मेघराजा खूब बारिश कर रहे हैं। दोपहर होते ही अचानक मौसम बदल जाता है और किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें झलकने लगती है।  अचानक हुई आसमानी आपदा को लेकर किसानों में दहशत का माहौल है। क्योंकि, गिर सोमनाथ जिले के ज्यादातर इलाकों में फसल कटनी है। इसमें मूंगफली, सोयाबीन और कपास सहित फसलें शामिल हैं।

चालू वर्ष में जिले भर में औसतन 53 इंच रिकॉर्ड किया गया


इससे पहले चार माह के मानसून में आई अनपेक्षित विपदा से गिर के कई गांवों में किसानों की स्थिति दयनीय हो गई थी। जहां सीजन की बारिश बमुश्किल 35 से 42 इंच थी, वहीं चालू वर्ष में जिले भर में औसतन 53 इंच रिकॉर्ड किया गया है। जिसमें सूत्रपाडा में 76 इंच, कोडिनार में 64 इंच, वेरावल में 50 इंच, जबकि तलाला में 45 इंच बारिश ने सभी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। 

 मेघराजा किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए मँडरा रहे हैं

नतीजा यह हुआ कि लगातार पानी में डूबी फसलें जमने लगीं। हालांकि, मेघराजा के अवकाश लेने के बाद किसान खुश हो गए और फसलों को बेहतर बनाने की कोशिश की। वर्तमान में मूंगफली, सोयाबीन और कपास सहित फसलों की कटाई होने वाली है। इस बीच मेघराजा किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए मँडरा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से शाम ढलने के साथ ही इन इलाकों में मेघराजा ने बारिश शुरू कर दी, जिससे एक बार फिर गिर के किसानों में भय फैल गई।क्योंकि, इस तरह की अप्रत्याशित बारिश से न केवल उत्पादन में कुछ भी नहीं होगा बल्कि पशुओं के चारे को भी हतोत्साहित करेगा।

बेमौसम मूसलाधार बारिश ने  धरती पुत्रों में चिंता का माहौल बना दिया है

वर्तमान में बेमौसम मूसलाधार बारिश ने  धरती पुत्रों में चिंता का माहौल बना दिया है। बारिश से मौसम में ठंडक तो बढ़ रही है, लेकिन साथ ही किसानों की फसल को भी नुकसान हो रहा है। ऐसे में अब किसान फसल को हुए नुकसान के खिलाफ सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। धरती पुत्रों के लिए बरसात का बहुत महत्व होता है, लेकिन बेमौसम बारिश होने पर फसलों को नुकसान होता है।
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