प्रधानमंत्री ने भावनगर में 6500 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भावनगर में भावनगर, बोटाद और अमरेली जिले के कुल 6500 करोड़ रुपए से अधिक के विभिन्न विकास प्रकल्पों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उपस्थित सभी लोगों को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “मैं लंबे अंतराल के बाद भावनगर आया हूं। भावनगर ने आज मुझ पर जो आशीर्वाद बरसाएं हैं, इसे मैं कभी नहीं भूलूंगा। इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित रहने के लिए सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।”
प्रादेशिक विज्ञान केंद्र के कारण शिक्षा- संस्कृति की राजधानी के रूप में भावनगर की पहचान को और मजबूती मिलेगी
उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम विशेष है क्योंकि एक ओर देश आजादी के के 75 वर्ष पूरे करने का जश्न मना रहा है, तो दूसरी ओर भावनगर भी अपनी स्थापना के 300 वर्ष मना रहा है। आज करोड़ों रुपयों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो रहा है, जिससे भावनगर की विकास यात्रा को नया आयाम मिलेगा और भावनगर की पहचान और भी सुदृढ़ होगी। इन परियोजनाओं में शामिल सिंचाई योजनाएं किसानों की समृद्धि में बढ़ोतरी करेगी। यहां निर्मित प्रादेशिक विज्ञान केंद्र के कारण शिक्षा और संस्कृति की राजधानी के रूप में भावनगर की पहचान को और मजबूती मिलेगी।
मछुआरे भाई-बहनों की सहायता के लिए फिशिंग हार्बर तैयार किए गए हैं
प्रधानमंत्री ने मत्स्योद्योग के विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि मछुआरे भाई-बहनों की सहायता के लिए फिशिंग हार्बर तैयार किए गए हैं। गुजरात के तटीय क्षेत्रों में मैंग्रोव के जंगलों का विकास करके कोस्टल इकोसिस्टम को और भी मजबूत बनाया गया है। अक्वाकल्चर के विकास को भी प्रोत्साहन दिया गया है। गुजरात देश के अग्रणी राज्यों में से एक है, जहां सी वीड की खेती के लिए अनेक प्रयास हुए हैं। आज गुजरात का समुद्र तट देश के आयात-निर्यात को प्रोत्साहन देने में अहम भूमिका निभा रहा है और लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री ने भावनगर में सभा को संबोधित किया
गुजरात का समुद्र तट आज नवीकरणीय ऊर्जा का पर्याय बनकर उभर रहा है
गुजरात का समुद्र तट आज नवीकरणीय ऊर्जा का पर्याय बनकर उभर रहा है। सौराष्ट्र को ऊर्जा का अहम केंद्र बनाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। गुजरात और देश की ऊर्जा जरूरतों के संदर्भ में यह क्षेत्र एक बड़ा हब बना है। सौर ऊर्जा के भी अनेक प्रोजेक्ट इस क्षेत्र मे स्थापित हुए हैं। पालीताणा में लोकार्पित होने वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट के कारण इस क्षेत्र के अनेक लोगों को सस्ती और पर्याप्त बिजली सुलभ होगी। धोलेरा में रिन्यूएबल एनर्जी, विशेष निवेश क्षेत्र और सेमीकंडक्टर उद्योगों में जो निवेश आ रहा है, वह भावनगर के लिए भी फायदेमंद साबित होगा और अहमदाबाद, धोलेरा और भावनगर क्षेत्र विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा। बंदरगाह के तौर पर भावनगर की महत्ता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भावनगर का पोर्ट-लेड डेवलपमेंट यानी बंदरगाह-आधारित विकास के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में विकास कर उसे देश के अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों के साथ मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। पीएम गतिशक्ति सहित सहित अन्य योजनाएं भावनगर की कनेक्टिविटी योजनाओं को नया बल देगी। इसके परिणामस्वरूप भावनगर का यह बंदरगाह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा।
कलाकारों ने देशभक्ति गीतों सहित साहित्य की मनोरंजक प्रस्तुति दी
प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व सभा स्थल पर लोक गायक कीर्तिदान गढवी, मेरामणभाई गढवी सहित अन्य कलाकारों ने देशभक्ति गीतों सहित साहित्य की मनोरंजक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया, राज्य के शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी, वन एवं पर्यावरण मंत्री और भावनगर जिला प्रभारी किरीटसिंह राणा, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल, राज्य मंत्री आरसी मकवाणा, सांसद सी.आर. पाटिल, डॉ. भारतीबेन शियाल, विधायक सर्वश्री केशुभाई नाकराणी, विभावरीबेन दवे, भीखाभाई बारैया, जेवी काकड़िया, आत्मारामभाई परमार, सौरभभाई पटेल, भावनगर की महापौर कीर्तिबाला दाणीधारिया, जिला पंचायत अध्यक्ष भरतसिंह गोहिल, रेंज आईजी अशोक कुमार यादव, मनपा आयुक्त एनवी उपाध्याय, कलक्टर योगेश निरगुडे, जिला विकास अधिकारी डॉ. प्रशांत जिलोवा, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. रवीन्द्र पटेल, प्रादेशिक नगर पालिका आयुक्त अजय दहिया और कई पदाधिकारी एवं अधिकारियों सहित भारी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।