अहमदाबाद : नवरात्रि जैसा उत्सव हमें नई ऊर्जा और सामाजिक एकता का अनूठा परिचय देता है : सीएम भुपेंद्र पटेल

अहमदाबाद : नवरात्रि जैसा उत्सव हमें नई ऊर्जा और सामाजिक एकता का अनूठा परिचय देता है : सीएम भुपेंद्र पटेल

पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के गरबा को ग्लोबल बनाने की मंशा के साथ वाइब्रेंट नवरात्रि महोत्सव की शुरुआत की थी

मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने सोमवार रात अहमदाबाद के जीएमडीसी मैदान पर वाइब्रेंट नवरात्रि महोत्सव 2022 का शुभारंभ किया। अगले नौ दिनों तक महानगर के जीएमडीसी मैदान पर गरबा महोत्सव आयोजित होगा। गुजरात टूरिज्म विभाग ने इस नवरात्रि महोत्सव में गरबा के अलावा शहरीजनों के लिए कई अन्य आकर्षण के इंतजाम किए हैं, जिसमें अलग-अलग थीम पवेलियन, अटल ब्रिज की प्रतिकृति और फूड कोर्ट आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को विश्व में सबसे अधिक दिनों तक चलने वाले लोक उत्सव नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मां आद्य शक्ति की उपासना और भक्ति में लीन बनकर गरबा करने के दिन शुरू हो गए हैं। कोरोना के कारण 2 वर्ष के अंतराल के बाद गरबा प्रेमियों को गरबा खेलने का अवसर मिला है, इसलिए हर किसी के चेहरे पर आनंद और उत्साह नजर आ रहा है।


गुजरात के उत्सव सच्चे अर्थ में लोक उत्सव और जन उमंग के उत्सव बने हैं’


उन्होंने कहा कि गरबा गुजरात की विशिष्ट संस्कृति की पहचान है। हमारे प्रधानमंत्री और आद्य शक्ति के परम उपासक नरेन्द्र मोदी ने इस गरबे को ग्लोबल बनाने की मंशा के साथ वाइब्रेंट नवरात्रि महोत्सव की शुरुआत की थी। जिसके भाग के रूप में गुजरात के उत्सव सच्चे अर्थ में लोक उत्सव और जन उमंग के उत्सव बने हैं। ऐसे लोक उत्सवों को मनाने का अन्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना भी है। हमारे प्रधानमंत्री जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तभी से उन्होंने त्योहारों के साथ जनभागीदारी सुनिश्चित कर सच्चे अर्थ में लोक उत्सवों को मनाने की शुरुआत कराई थी। जिसके हिस्से के रूप में पतंगोत्सव, रणोत्सव, कांकरिया कार्निवल, वाइब्रेंट नवरात्रि और वाइब्रेंट गुजरात समिट जैसे उत्सव दुनिया के समक्ष गुजरात की अस्मिता के प्रतीक के रूप में उभरे हैं। 
जीएमडीसी मैदान पर वाइब्रेंट नवरात्रि महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ अन्य मंत्रीगण उपस्थित रहे

उत्सव प्रेमी गुजराती जनता के लिए उत्सवों में शिरोमणि उत्सव यानी नवरात्रि


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस वर्ष यह नवरात्रि महोत्सव पहली बार अंबाजी, चोटिला, पावागढ़, मोढेरा, उमिया माताजी मंदिर, बेचराजी, माता नो मढ और खोडियार माता मंदिर जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में भी एक साथ मनाया जाएगा। वाइब्रेंट नवरात्रि महोत्सव में शहरीजनों के लिए थीम पलेवियन, क्राफ्ट बाजार, आनंद नगरी, बाल नगरी, फूड स्टॉल, राज्यस्तरीय गरबा प्रतिस्पर्धा, परंपरागत वेशभूषा जैसे अनेक आकर्षण और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि उत्सव प्रेमी गुजराती जनता के लिए उत्सवों में शिरोमणि उत्सव यानी नवरात्रि। आधुनिक आयोजनों के साथ नवरात्रि के परंपरागत आयाम भी बने रहें, इसके लिए राज्य सरकार समूह शेरी गरबा के आयोजन को भी प्रोत्साहन देती है।

भारत सरकार ने गुजरात के गरबे को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल करने के लिए नामित किया है


मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर अमृत काल के लिए दिए गए पांच संकल्पों में से एक संकल्प हमारी प्राचीन विरासत, हमारी संस्कृति और परंपरा पर गर्व करने और अपनी धरोहर को बनाए रखने का है। देवी शक्ति की आराधना तो भारत की प्राचीन परंपराओं में से एक है। नवरात्रि जैसा उत्सव हमें नई ऊर्जा और सामाजिक एकता का अनूठा परिचय देता है। इस वर्ष भारत सरकार ने गुजरात के गरबे को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल करने के लिए नामित किया है, जो हमारी विरासत का गौरव गान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात की सभी सिद्धियां-उपलब्धियां मां जगदम्बा के आशीष और आदरणीय नरेन्द्रभाई के अथक परिश्रम का परिणाम है। नवरात्रि का पर्व हम सभी में जोश और उत्साह भर देता है। उन्होंने प्रार्थना की कि हम देश सेवा के कार्यों में समर्पित हों, हम सभी मां आद्य शक्ति की भक्ति में लीन होकर तथा एक एवं नेक बनकर गुजरात और भारत को उन्नत बनाएं।

भारतीय संस्कृति की पहचान नवरात्रि का यह पर्व माताजी की उपासना और आराधना में लीन होने का पर्व है


पर्यटन मंत्री पूर्णेश मोदी ने स्वागत भाषण में कहा कि आसुरी शक्ति पर दैवी शक्ति के विजय तथा अधर्म पर धर्म की विजय का उत्सव यानी नवरात्रि का पर्व। द्वापर युग में भगवान कृष्ण और त्रेता युग में भगवान श्री राम ने आसुरी शक्तियों का वध करने, धर्म की स्थापना करने और अधर्मियों का नाश करने के लिए अवतार लिया था। रावण के साथ 9 दिनों तक चले युद्ध के बाद 10वें दिन रावण का वध हुआ था। तभी से यानी त्रेता युग से हिन्दुस्तान में 9 दिनों तक गरबा और दसवें दिन दशहरा उत्सव का आयोजन होता है। तब से लेकर आज तक माताजी की उपासना का यह नवरात्रि पर्व आयोजित होता आ रहा है। भारतीय संस्कृति की पहचान नवरात्रि का यह पर्व माताजी की उपासना और आराधना में लीन होने का पर्व है।

सरकार धार्मिक भक्ति को धार्मिक शक्ति में रूपांतरित करने को कटिबद्ध


पर्यटन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार पवित्र यात्राधामों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार का पवित्र यात्राधाम विभाग अंबाजी, सोमनाथ, द्वारका, पावागढ़, डाकोर, जूनागढ़,पालीताणा और शामळाजी जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों का विकास करता है। राज्य सरकार का पर्यटन विभाग रणोत्सव, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, नडाबेट, सापुतारा, सासण गीर और सोमनाथ आदि पर्यटन स्थलों का विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार धार्मिक भक्ति को धार्मिक शक्ति में रूपांतरित करने को कटिबद्ध है। कार्यक्रम में सहकारिता और सड़क एवं भवन राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, पर्यटन राज्य मंत्री अरविंद रैयाणी, विधायक एवं सांसदगण, गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरविंद कुमार, अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई परमार, मनपा आयुक्त लोचन सेहरा, पर्यटन विभाग के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में आम लोग उपस्थित रहे।
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