अहमदाबाद : प्राकृतिक खेती सफल रही तो पाँच वर्ष में गुजरात यूरियामुक्त होगा : सहकारिता मंत्री अमित शाह

अहमदाबाद : प्राकृतिक खेती सफल रही तो पाँच वर्ष में गुजरात यूरियामुक्त होगा : सहकारिता मंत्री अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बावला एपीएमसी में ‘ऋण स्वीकार सम्मेलन’आयोजित हुआ

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को अहमदाबाद ज़िले में बावला स्थित कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी)में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “आज मेरे जैसे व्यक्ति के लिए इस क्षेत्र के सांसद के रूप में बहुत संतोष का दिवस है, क्योंकि अनेक वर्षों से सिंचाई जल से वंचित कुल 164 गाँवों को संपूर्ण सिंचाई व्यवस्था मिल रही है। गुजरात सरकार ने पहले 153 गाँवों और उसके बाद हमारे अत्यंत सूखे 11 गाँवों सहित कुल 164 गाँवों को 69632 हेक्टेयर के किसानों को नर्मदा जल पहुँचाने की व्यवस्था की है।” 
श्री शाह ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, जलापूर्ति व जल संसाधन मत्री ऋषिकेश पटेल तथा धोलका के विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री भुपेंद्रसिंह चुडासमा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आपने मेरे क्षेत्र के इन 164 गाँवों में पानी भेजने का नहीं, अपितु साक्षात् लक्ष्मी भेजने का कार्य किया है।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अहमदाबाद ज़िले में नहर से नर्मदा का जल आने के कारण यहाँ का किसान आगामी समय में 3 फ़सलें उगाने लगेगा और आर्थिक रूप से समृद्ध बनेगा।

नरेन्द्र मोदी भगीरथ कार्य कर नर्मदा जल अहमदाबाद तक लाए


इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ये हम सभी जानते हैं कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नर्मदा का पानी गुजरात में तथा अहमदबाद ज़िले तक न लाए होते, तो क्या स्थिति होती ?  नरेन्द्र मोदी ने भगीरथ कार्य कर माँ नर्मदा का पानी अहमदाबाद ज़िले तक पहुँचाया है। सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले साणंद तहसील के 37 तथा बावला तहसील के 16 गाँवों को नर्मदा जल का लाभ मिलेगा।


तीन लाख से अधिक किसानों ने प्राकृतिक खेती अपनाई


उन्होंने कहा कि पूर्व में किसानों पर खाद के नाम पर कालाबाज़ारी की लाठियाँ पड़ती थीं, परंतु हाल में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार ने सभी किसानों को प्राकृतिक खेती का संदेश दिया है। गुजरात में तीन लाख से अधिक किसानों ने प्राकृतिक खेती अपनाई है। यूरिया के बहुत अधिक उपयोग से खेती में धान, गेहूँ जैसी फ़सलें रसायनों वाली उगती थीं, परंतु अब गुजरात सरकार के प्राकृतिक खेती की ओर प्रयासों से किसान प्राकृतिक खेती की ओर मुड़े हैं। उन्होंने गाय का महत्व समझाते हुए कहा कि एक गाय को पालने से उसके द्वारा प्राप्त खाद से यूरिया तथा कीटनाशक का ख़र्च बच जाता है और गाय द्वारा की गई प्राकृतिक खेती सफल बनती है। 
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने किसानों से अपील की कि हाल में कृषि क्षेत्र में अच्छा कर रहे पाँच-दस प्रगतिशील किसान प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से मिलें और उनसे प्राकृतिक खेती का महत्व समझें। यदि गुजरात में प्राकृतिक खेती सफल रही, तो गुजरात पाँच वर्षों में ही यूरियामुक्त खेती करता हुआ दिखाई देगा।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक सेवा सहकारी मंडली में पहले ऋण एजेंसियाँ पेट्रोल पंप, जल वितरण, पीसीओ जैसे कार्य नहीं कर पाती थीं, परंतु अब वे प्राथमिक सेवा सहकारी मंडली से जुड़ कर अनेकविद कार्य करवा सकती हैं। शीघ्र ही अमूल के मानदंडों के अनुसार मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव सोसाइटी का कार्यपालन होगा, जिसमें मुनाफ़ा सीधा किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफ़र होगा और किसान मित्रों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

हरियाली क्रांति से किसानों की उन्नति का सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में साकार हो रहा है


इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, “अमित शाह की आज की उपस्थिति हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। नलकाँठा के किसान पानी की चुनौतियों के बीच खेती करते थे, परंतु सिंचाई जल से वंचित किसानों को अब सिंचाई जल उपलब्ध होगा।” उन्होंने यह निर्णय करने के लिए शाह के प्रति आभार प्रकट किया। श्री पटेल ने कहा कि हरियाली क्रांति तथा किसानों की उन्नति का सपना नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रहा है। नरेन्द्र मोदी ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ के नारे में ‘जय अनुसंधान’ जोड़ कर कृषि क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी के उपयोग का नया मार्ग दिखाया है।

100 प्रतिशत रासायनिक खाद से मुक्त बना डांग ज़िला


उन्होंने कहा कि गुजरात में ड्रोन टेक्नोलॉजी से खाद-कीटनाशक का छिड़काव किए जाने तथा रासायनिक के स्थान पर प्राकृतिक खेती को प्राथमिकता दिए जाने के परिणामस्वरूप आज डांग ज़िला 100 प्रतिशत रासायनिक खाद से मुक्त बना है। मुख्यमंत्री ने प्रतिबद्धता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री के हरित क्रांति के सपने को तेज़ी से साकार करने के लिए समग्र सरकार टीम के रूप में कटिबद्ध है।

नर्मदा कमांड एरिया में शामिल होने से किसानों की आय बढेगी


स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा जलापूर्ति एवं जल संसाधन मंत्री ऋषिकेश पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि पाँच तहसीलों के इस क्षेत्र को नर्मदा कमांड एरिया में शामिल किए जाने पर 132 गाँवों के किसान अमित शाह तथा भुपेंद्र पटेल के आभारी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि किसानों को सम्पन्न बनाने तथा उनके परिवारों को उन्नत बनाने वाले इस निर्णय से किसानों की आय बढ़ेगी।

यह स्थान आज ऐतिहासिक बन गया 


धोलका के विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री भुपेंद्रसिंह चुडासमा ने कहा कि यह स्थान आज ऐतिहासिक बन गया है। धरोई बांध से 1000 क्यूसेक पानी मिलना बंद हो गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब मुख्यमंत्री थे, तब पहले साबरमती एवं उसके बाद फ़तेवाडी कमांड के गाँवों को नर्मदा कमांड एरिया में शामिल किया गया।
विधायक कनुभाई देसाई ने स्वागत संबोधन में कहा कि इस क्षेत्र के किसानों की दशकों पुरानी जल समस्या का निवारण कर उन्हें बहुत बड़ी राहत दी गई है, जिसके लिए सभी किसान ऋणी हैं। इस ‘ऋण स्वीकार सम्मेलन’ में अहमदाबाद ज़िले के विधायक, बावला एपीएमसी के निदेशकगण, सहकारिता क्षेत्र के अग्रणी तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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