अहमदाबाद : देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन महत्वपूर्ण अंग है : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह

अहमदाबाद : देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन महत्वपूर्ण अंग है : केन्द्रीय गृह मंत्री  अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के करकमलों से ‘छठी ऑल इंडिया प्रिज़न ड्यूटी मीट 2022’ का उद्घाटन

तीन दिवसीय ‘छठी ऑल इंडिया प्रिज़न ड्यूटी मीट 2022’ में 19 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के 1031 जेल अधिकारी-कर्मचारी विभिन्न 18 प्रतियोगिताओं में सहभागी बनेंगे

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात में आयोजित हो रही ‘छठी ऑल इंडिया प्रिज़न ड्यूटी मीट 2022’ का रविवार को अहमदाबाद में काँकरिया स्थित ट्रांसस्टेडिया से शुभारंभ कराते हुए कहा कि जेल प्रशासन सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने का महत्वपूर्ण अंग है। ऐसे में जेल सुधारों तथा उनके माध्यम से क़ैदियों का पुनर्वास होना भी उतना ही आवश्यक है। वर्तमान केन्द्र सरकार ने जेल सुधारों को अग्रिमता दी है। इस तीन दिवसीय ‘छठी ऑल इंडिया प्रिज़न ड्यूटी मीट 2022’ में 19 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के 1031 जेल अधिकारी-कर्मचारी विभिन्न 18 प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।

मीट का उद्घाटन करते हुए श्री शाह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व में लागू जेल मैनुअल के स्थान पर वर्ष 2016 में मॉडल जेल मैनुअल कार्यान्वित किया है। यद्यपि देश के 11 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों ने इसे लागू किया है। देश के सभी राज्य सुधारात्मक विषयों को समाए हुए इस मॉडल जेल मैनुअल को अपनाएँ, तो क़ैदियों के पुनर्वास का परिणामोन्मुखी क्रियान्वयन हो सकेगा। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार आगामी 6 माह में मॉडल एक्ट लाएगी तथा इससे देश की सभी जेलों में अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।  

उद्घाटन समारोह में राज्य के गृह एवं राजस्व राज्य मंत्री हर्ष संघवी, पूर्व मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा, अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई परमार, केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, राज्य के मुख्य सचिव पंकज कुमार, राज्य पुलिस महानिदेशक आशिष भाटिया सहित विभिन्न र
उन्होंने जेलों के प्रति अलग दृष्टिकोण अपनाए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि हर राज्य व ज़िले में अदालतों द्वारा मामलों के निपटान के लिए वीडियो कॉन्फ़्रेंस की सुविधा का होना समय की मांग है। साथ ही साथ नारकोटिक्स एवं कट्टर आपराधिक मानसिकता से ग्रस्त बंदियों को अलग रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेल में अधिक संख्या में क़ैदी होना उचित स्थिति नहीं है। ऐसे में हम जेल नियंत्रण के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस मीट की सराहना करते हुए अमित शाह ने कहा कि ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPR&D) देश की आंतरिक व बाह्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण इकाई है। ऐसे में इस इकाई द्वारा आयोजित यह मीट जेलों के अधिकारियों-कर्मचारियों की सकारात्मक प्रतियोगिता एवं खेल भावना विकसित करने का माध्यम बनेगी।


क़ैदियों के साथ सद्भावनापूर्ण व्यवहार भी आवश्यक 



उन्होंने कहा कि हर क़ैदी जन्म से अपराधी नहीं होता है, परंतु संयोगवश किए गए अपराध के कारण जेल की सज़ा भोगता है। क़ैदियों के साथ सद्भावनापूर्ण व्यवहार भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ़िट इंडिया का मंत्र दिया है। ऐसे में जेल प्रशासन भी इस प्रकार की मीट आयोजित कर फ़िट इंडिया के मंत्र को साकार कने को कटिबद्ध है। गुजरात के अतिथि बने विभिन्न राज्यों के जेल अधिकारियों-कर्मचारियों का स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी एवं सोमनाथ-द्वारका की यात्रा करने का आह्वान करते हुए  अमित शाह ने कहा कि इस मीट में सहभागी हुए सभी लोगों के लिए यात्रा की व्यवस्था गुजरात सरकार करेगी। साथ ही उन्होंने आयोजन को प्रशासनीय बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अभिनंदन दिया।


 नरेन्द्र मोदी ने गुजरात एवं देश में सर्वांगीण विकास की कार्यसंस्कृति विकसित की है :  मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल



मीट को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में गुजरात राज्य पुलिस बल के जेल विभाग एवं भारत सरकार के BPR&Dके संयुक्त उपक्रम से यह छठी ऑल इंडिया प्रिज़न ड्यूटी मीट गुजरात में आयोजित हो रही है, जो गुजरात के लिए गौरव की बात है। श्री पटेल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन का एक नया युग आरंभ हुआ है। इसके फलस्वरूप देश विकास की लंबी छलांग लगा रहा और पिछले 8 वर्षों से गुड गवर्नेंस का अनुभव कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सबके साथ, सबके विकास, सबके विश्वास व सबके प्रयास के मंत्र के साथ  नरेन्द्र मोदी ने गुजरात एवं देश में सर्वांगीण विकास की कार्यसंस्कृति विकसित की है। इतना ही नहीं, श्री मोदी ने जेल सुधार गतिविधियों को वेग देने के साथ देश के राज्यों के जेल अधिकारी-कर्मचारी भाइयों-बहनो के लिए कल्याणकारी दृष्टिकोण भी अपनाया है। इस मीट द्वारा जेल अधिकारियों-कर्मचारियों में स्पिरिट विकसित करने के साथ अनेकता में एकता का भाव भी उजागर करने का प्रयास है।

गुजरात सरकार ने राज्य की जेलों में अनेक प्रभावी सुधार कर जेलों को सफल प्रशिक्षण केन्द्रों में रूपांतरित किया है


उन्होंने कहा कि जेल में बंद क़ैदियों व उनकी देखरेख करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों के बीच सौहार्दपूर्ण एवं शांतिमय वातावरण के माध्यम से जेल सुधारों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री ने विशिष्ट पहल की है। इतना ही नहीं, श्री शाह ने विभिन्न संस्थानों द्वारा क़ैदियों को प्रशिक्षण एवं टेक्नोलॉजी के इनोवेटिव उपयोग से प्रिज़न एडमिनिस्ट्रेशन की नई राह देश को दिखाई है। श्री पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार ने राज्य की जेलों में अनेक प्रभावी सुधार कर जेलों को सफल प्रशिक्षण केन्द्रों में रूपांतरित किया है। क़ैदियों के लिए ई-मुलाक़ात, ई-कोर्ट, ऑडियो लाइब्रेरी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध बना कर क़ैदियो में संस्कार का प्रसार करने की विभिन्न गतिविधियों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रिज़न ड्यूटी मीट जैसी इवेंट जेल प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों में खेल भावना तथा परस्पर समन्वय की भावना का विकास करेगी। उन्होंने कहा कि जेल प्रबंधन की कार्यक्षमता में वृद्धि करने वाली प्रतियोगिताओं के आयोजन की गुजरात दूसरी बार मेज़बानी कर रहा है, जो गौरवपूर्ण है।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृहमंत्री  अमित शाह के करकमलों से 20 कारागार प्रशिक्षण नियमावती तथा जेल कॉफ़ीटेबल बुक का अनावरण किया गया। इससे पहले BPR&Dके प्रमुख बालाजी श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों एवं महानुभावों का स्वागत किया। गुजरात के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल एवं सुधार प्रशासन) के. एल. एन. राव ने आभार ज्ञापन किया। उद्घाटन समारोह में राज्य के गृह एवं राजस्व राज्य मंत्री हर्ष संघवी, पूर्व मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा, अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई परमार, केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, राज्य के मुख्य सचिव पंकज कुमार, राज्य पुलिस महानिदेशक आशिष भाटिया सहित विभिन्न राज्यों के जेल अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

15 वर्षों के बाद गुजरात को इस मीट के लिए पुन: एक बार मेज़बानी प्राप्त हुई


उल्लेखनीय है कि इस मीट का आयोजन गुजरात पुलिस के जेल विभाग तथा BPR&Dके संयुक्त तत्वावधान में अहमदाबाद में किया गया है। 15 वर्षों के बाद गुजरात को इस मीट के लिए पुन: एक बार मेज़बानी प्राप्त हुई है। इस मीट में 19 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के लगभग 1031 जेल अधिकारी-कर्मचारी विभिन्न 18 प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए अहमदाबाद-गुजरात पहुँचे हैं। मीट में कुल 18 प्रकार की खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित होने वाली हैं। इनमें क़्वीज़ कम्पीटिशन, अनार्म्ड कॉम्बैट, फ़र्स्ट एड कम्पीटिशन, हेल्थकेयर कम्पीटिशन, कम्प्यूटर एंड टेक्नोलॉजी कम्पीटिशन, वन मिनिट ड्रिल कम्पीटिशन, प्रिज़न बिज़नेस मॉडल कम्पीटिशन, फ़ाइन आर्ट्स एंड म्यूज़िक कम्पीटिशन, प्रिज़न हाईजीन कम्पीटिशन, बेस्ट प्रैक्टिस कम्पीटिशन, प्रोबेशन ऑफ़िसर, मेडिकल ऑफ़िसर एंड वेलफ़ेयर ऑफ़िसर कम्पीटिशन शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त वॉलीबॉल, कबड्डी तथा 100 मीटर मेन एंड वुमेन, 400 मीटर मेन एंड वुमेन, लॉङ्ग जंप मेन एंड वुमेन, हाई जंप मेन एंड वुमेन गेम्स भी आयोजित होंगी। विभिन्न खेलों के साथ-साथ जेल संबंधी विषयों की भी प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी। इस विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन में राज्य के गृह, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा युवा, सांस्कृतिक व खेल-कूद विभाग, राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय, खेल-कूद क्षेत्र के संगठन, सामाजिक व शैक्षणिक संस्थान सहभागी बने हैं।
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