अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में 3 सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉरहॉर्टिकल्चर तथा 4 प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर का ई-शिलान्यास किया

अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में 3 सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉरहॉर्टिकल्चर तथा 4 प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर का ई-शिलान्यास किया

अहमदाबाद,जामनगर,खेडा में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर हॉर्टिकल्चर तथा बनासकाँठा,कच्छ,जामनगर, नवसारी,पंचमहाल ज़िलों में प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर बनेंगे

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेलने राज्य में 3 सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर हॉर्टिकल्चर तथा 4 प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर का गुरुवार को जामनगर ज़िले के ध्रोल से ई-शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में बाग़बानी फ़सलों की वैल्यूचेन स्थापित कर किसानों की आय बढ़ाने के आशय से इन केन्द्रों का निर्माण करने का निर्णय किया है। इसके अंतर्गत अहमदाबाद, जामनगर व खेडा में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर हॉर्टिकल्चर बनेंगे तथा बनासकाँठा, कच्छ, जामनगर, नवसारी व पंचमहाल ज़िलों में प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर बनेंगे।

मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने इस अवसर पर कमलम फल की बुवाई के लिए 3 नई योजनाओं;सहायता कार्यक्रम, कॉम्प्रिहेंसिव हॉर्टिकल्चर डेवपमेंट कार्यक्रम एवं मिशन मधुमक्खी कार्यक्रम का राज्यव्यापी शुभारंभ भी कराया। सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत कमलम फ़्रूट की बुवाई करने वाले सामान्य किसानों को प्रतिहेक्टेयर अधिकतम् 3 लाख रुपए तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के किसानों को प्रतिहेक्टेयर अधिकतम् 4.50 लाख रुपए सहायता मिलेगी।

गुजरात के किसान सामूहिक बहुवर्षायु फल फ़सलों की व्यावसायिक बुवाई करें तथा ऐसे किसानों के प्रारंभिक ऊँचे निवेश के समक्ष आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कॉम्प्रिहेंसिव हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट कार्यक्रम क्रियान्वित किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के सभी किसानों, कृषि योग्य भूमिधारक रजिस्टर्ड ट्रस्टों, फ़ार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइज़ेशनों, फ़ार्मर प्रोड्यूसर कंपनियों, सहकारी मंडलियों के सभासदों को लाभ मिलेगा। मधुमक्खी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मधुमक्खी पालन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, कोल्ड रूम, बी क्लिनिक जैसे घटकों में सहायता देने के लिए मिशन मधुमक्खी कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत एफपीओ, एफपीसी तथा‘ए’ग्रेड सहकारी संस्थानों द्वारा किसानों-सभासदों को 75 प्रतिशत तक सहायता मिलेगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात में 20 वर्षों में बाग़बानी फ़सलों का बुवाई क्षेत्र 6.92 लाख हेक्टेयर से बढ़ कर 19.77 लाख हेक्टेयर और उत्पादन 62.01 लाख मैट्रिक टन से बढ़ कर 250.52 लाख मैट्रिक टन हुआ है। राज्य सरकार द्वारा पिछले 20 वर्षों में 35 लाख से अधिक बाग़बानी किसानों को विभिन्न बाग़बानी योजनाओं से लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम बाग़बानी क्षेत्र के विकास के लिए सीमाचिह्न (माइलस्टोन) समान है। नए बनने वाले 4 सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर हॉर्टिकल्चर सहित समग्र राज्य में कुल 9 सेंटर कार्यरत् होंगे, जिनसे बाग़बानी कृषि मुनाफ़ाकारी बनेगी और बाग़बानी क्षेत्र में किसानों को अधिक ढाँचागत सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। राज्य सरकार ने मधुमक्खी पालन के लिए समग्र राज्य में 10 करोड़ रुपए का आवंटन किया है। 
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया

मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने राज्य की बाग़बानी कृषि की स्थिति का विवरण देते हुए गर्वपूर्वक कहा कि राज्य के केसर आम को जियोग्राफिकल इंडीकेशन्स (जीआई) टैग मिला है। गुजरात राज्य भिंडी व चीकू फ़सल उत्पादन में समग्र देश में प्रथम स्थान पर है। यह गुजरात के बाग़बानी खेती करने वाले किसानों के लिए गौरव की बात है। इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चालू वर्ष में बाग़बानी कृषि के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है और पिछले 5 वर्षों में समूचे राज्य के 7.26 लाख लाभार्थियों ने सरकार की विभिन्न बाग़बानी योजनाओं के लाभ प्राप्त किए हैं।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-नैम) का उल्लेख करते हुए कहा कि इस व्यवस्था द्वारा समग्र राज्य के किसान समग्र देश के किसानों के साथ परस्पर संपर्क में रह सकेंगे, जिससे उन्हें कृषि उत्पादों के अधिकतम् मूल्य मिल सकेंगे। उन्होंने कहा राज्य भर में लागू की गई ड्रोन टेक्नोलॉजी का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए 35 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है तथा 1.40 लाख एकड़ भूमि को इस टेक्नोलॉजी के अंतर्गत समाविष्ट कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि ड्रोन टेक्नोलॉजी द्वारा किसान अपने खेत में खाद डाल सकेंगे तथा उनका मज़दूरी ख़र्च बचेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’की ओर प्रगति में यह एक उपयोगी क़दम सिद्ध होगा। श्री पटेल ने इस अवसर पर ध्रोल के जी. एम. पटेल हाईस्कूल परिसर में लगाए गए कृषि उत्पाद स्टॉल्स को देखा और बाग़बानी कृषकों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने जामनगर ज़िले के बाग़बानी विभाग के लाभार्थियों व अन्य लाभार्थियों को राज्य सरकार की योजनागत सहायता एवं प्रमाणपत्र वितरित किए।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में राज्य सरकार के कृषि, किसान कल्याण व सहकारिता विभाग द्वारा गुरुवार को जी. एम. पटेल हाईस्कूल परिसर में बाग़बानी फ़सल परिसंवाद, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस एवं प्राइमरी प्रोसेसिंग सेंटर का शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित हुआ; जिसका अहमदाबाद ज़िले के मिरोली, खेडा ज़िले में महेमदपुरा, कच्छ ज़िले में भुज शहर के टाउन हॉल, पंचमहाल ज़िले में जांबूघोडा और बनासकाँठा ज़िले में डीसा से सीधा प्रसारण किया गया। इसमें हज़ारों प्रगतिशील नागरिक सहभागी हुए।

ध्रोल में आयोजित समारोह में उपस्थित कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने मुख्यमंत्री के करकमलों से शिलान्यास की जाने वाली नई परियोजनाओं पर आनंद व्यक्त करते हुए कहा कि किसान के माध्यम से गाँव और गाँव के माध्यम से पूरे देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में सरकार कार्य कर रही है। किसान को समृद्ध बनाने व उसकी आय दुगुनी करने के लिए राज्य सरकार सौनी योजना, कृषि संसाधन सहायता, उर्वरक व विद्युत सब्सिडी, फ़्रूट प्रोसेसिंग यूनिट, अधिकतम् समर्थन मूल्य पर उत्पाद की ख़रीदारी, नि:शुल्क ऋण आदि जैसी अनेक कृषि कल्याणकारी योजनाएँ लागू कर किसान, खेती व गाँव को समृद्ध बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

समारोह में राज्य मंत्री अरविंद रैयाणी, ज़िला प्रभारी मंत्री ब्रिजेशभाई मेरजा, सांसद श्रीमती पूनमबेन माडम, ज़िला पंचायत अध्यक्ष धरमशीभाई चनियारा, विधायक धर्मेन्द्रसिंह जाडेजा, महापौर श्रीमती बीनाबेन कोठारी, ज़िला पंचायत कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष भरतभाई बोरसदिया, शहर भाजपाध्यक्ष डॉ. विमलभाई कथगरा, कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश पुरी, ज़िला कलेक्टर डॉ. सौरभ पारघी, ज़िला विकास अधिकारी मिहिर पटेल, ज़िला पुलिस अधीक्षक प्रेमसुख डेलूं, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयंतीभाई कवाडिया, जयरामभाई वांसजाळिया, बाबूभी घोडासरा तथा समग्र जामनगर ज़िले से बड़ी संख्या में किसान भाई-बहन उपस्थित थे। इस कार्यक्रम अंतर्गत राज्य के अन्य सम्बद्ध ज़िलों में आयोजित समारोहों में मंत्रीगण, पदाधिकारीगण, सांसदगण, विधायकगण आदि भी उपस्थित रहे।
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