अहमदाबाद : अहमदाबादवासी जिसे मक्खन समझ खा रहे थे वह नकली निकला!

अहमदाबाद : अहमदाबादवासी जिसे मक्खन समझ खा रहे थे वह नकली निकला!

रियलिटी चेक में हुआ चौंकाने वाले खुलासे

 लोगों के पास से मक्खन के पर्याप्त रुपये लेने के बाद सस्ता फैट स्प्रेड लोगों की डीस तक पहुंच रही है। क्या आप जानते हैं कि फास्ट फूड खाते समय आपकी थाली में मक्खन की जगह पाम ऑयल परोसा गया होगा? क्या आप जानते हैं कि आप व्यापारी को मक्खन वाले भोजन के लिए जो पैसे दे रहे हैं, उसके बदले व्यापारी आपको पाम आयल परोस रहा है? जी 24 घंटे रियल्टी चेक ने कुछ ऐसी ही तस्वीरों का खुलासा किया है जहां प्रशंसक बटर सैंडविच या बटर मस्कबैन का आनंद ले रहे हैं जो वास्तव में पाम ऑयल से बने स्प्रेडर से बनाया गया है। बटर सैंडविच के लिए ऑयल सैंडविच के लिए ग्राहक ज्यादा भुगतान कर रहे हैं, लेकिन बदले में उन्हें पाम ऑयल मिल रहा है।


पाम तेल मक्खन के दुष्प्रभाव


क्या आप जानते हैं पाम आयल से बने मक्खन के भी साइड इफेक्ट होते हैं। जाहिर तौर पर पाम आयल से बने इस तरह के फैट स्प्रेड को खाने से तत्काल कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन ऐसे भोजन के लंबे समय तक सेवन से मोटापा, हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। मक्खन दूध से बना एक उत्पाद है, इसके सेवन से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं। जबकि फैट स्प्रेड के इस्तेमाल से वे लोग परहेज करते हैं जो अपनी सेहत को लेकर सावधान रहते हैं। अहमदाबाद के कई फूड स्टॉल में इस तरह का फैट स्प्रेड मक्खन की जगह अंधाधुंध लोगों को परोसा जा रहा है। ऑर्डर करने वाले लोगों को यह भी नहीं बताया जाता कि आखिर वे क्या खा रहे हैं।

इस मामले में एएमसी की सार्वजनिक प्रयोगशाला के पूर्व अधिकारी अतुल सोनी का कहना है कि जब एएमसी मक्खन के नाम पर बिकने वाले ऐसे खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजती है तो ऐसे सैंपल फेल हो जाते हैं। क्योंकि यह दूध से नहीं बनता है। ऐसी सामग्री को घटिया घोषित किया जाता है। खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2016 के तहत ऐसे लोगों को 5 लाख का जुर्माना लगाया गया है। आगे ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर एसडीएम के समक्ष सुनवाई की जाती है। फैट स्प्रेड आमतौर पर मक्खन की तुलना में तीन गुना सस्ता होता है। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों को बटर मनी देने के बावजूद स्प्रेड परोसा जा रहा है। 
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