अहमदाबाद : सौराष्ट्र की विविधतापूर्ण लोक संस्कृति पर भगवान श्री कृष्ण का गहरा प्रभाव : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

अहमदाबाद :  सौराष्ट्र की विविधतापूर्ण लोक संस्कृति पर भगवान श्री कृष्ण का गहरा प्रभाव : मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राजकोट में ‘आनंद भयो, अमृत लोकमेला’ का उद्घाटन किया

लोकमेलों ने हमारी संस्कृति को जीवंत रखा है 
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार सायं श्रावण की रिमझिम वर्षा और हज़ारों लोगों के उत्साह के बीच राजकोट में आज़ादी के अमृत लोकमेले का उद्घाटन किया। इसके साथ ही राजकोट के आँगन में पाँच दिनों के लिए ‘आनंद भयो’ के वातावरण का निर्माण हुआ है। इस लोकमेले के साथ मुख्यमंत्री ने ज़िला ग्रामीम विकास अभिकरण (डीवीडीए) संचालित प्रदर्शनी-सह-विक्रय स्टॉल्स, सूचना विभाग के प्रदर्शनी डोम तथा पुलिस शस्त्र प्रदर्शनी के स्टॉल का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर ज़िला प्रशासन द्वारा आयोजित केन्द्र व राज्य सरकार की अमृत योजना पुस्तक का अनावरण भी किया गया। मेले के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री, उपस्थित मंत्री तथा महानुभाव मेले में घूमे। मुख्यमंत्री, मंत्रीगण तथा महानुभावों ने ‘फ़ज़र फाळका’ में बैठ कर मेले का आनंद उठाया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोगों को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर आयोजित इस पाँच दिवसीय मेले का भरपूर आनंद उठाने का संदेश दिया।
लोकमेले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पवित्र श्रावण माह में राजकोट प्रभु श्री राम एवं श्री कृष्ण के रंग में रंग गया है। हमने राम वन नामक अर्बन फ़ॉरेस्ट का लोकार्पण किया और यहाँ कृष्णमय बने लोकमेले का शुभारंभ किया है। सनातन हिन्दू संस्कृति के दो महान प्रतीकों भगवान श्री राम तथा श्री कृष्ण के नाम से जुड़ी दो घटनाएँ राजकोट में आकार ले रही हैं। भारत ही नहीं, विदेशों में भी लोग राम एवं कृष्ण को मानते हैं, उनका अनुकरण करते हैं। भारत में हुए ईश्वरीय अवतार हमारी संस्कृति, मान्यताओं, उपासना, आराधना, त्योहारों तथा उत्सवों के केन्द्र में रहे हैं। सौराष्ट्र की विविधतापूर्ण लोकसंस्कृति पर भगवान श्री कृष्ण का गहरा प्रभाव है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता पर्व पर हमारी विरासतों पर गर्व करने का आह्वान किया है। रहन-सहन, भाषा-बोली, खान-पान, परम्पराएँ, उत्सव और मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं। हमारी इस विरासत को गर्व के साथ विश्व के समक्ष उजागर करने में उत्सव सक्षम माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि लोकमेले गुजरात की संस्कृति की धड़कन हैं। लोकमेलों ने हमारी संस्कृति को जीवंत रखा है। हमारे लोकमेले सामाजिक समरसता, एकता व बंधुता के भी प्रतीक हैं। रंगीले राजकोटवासियों तथा सौराष्ट्र के मौज़ीले लोगों के लिए यह लोकमेला आनंद स्थान बनेगा। उन्होंने कहा कि हम लोकमेले का आनंद उठाने के साथ नागरिक के रूप में स्वच्छता, सार्वजनिक सम्पत्ति संरक्षण सहित कर्तव्य भी निभाएँ।
इस अवसर पर ज़िला प्रभारी शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि पवित्र श्रावण माह में महादेव की भक्ति, राम वन के लोकार्पण तथा भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर आयोजित इस लोकमेले से अनूठा त्रिवेणी संगम सृजित हुआ है। कोरोना के बाद पहली बार यह लोकमेला आयोजित हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी को वैक्सीन दिलवाई और हम सभी ने वैक्सीन लेकर कोरोना को हराया है, जिसके कारण ऐसे लोकमेले एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन संभव हो पा रहे हैं।
लोकमेले हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा : पूर्व मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी
लोकमेला उद्घाटन समारोह में उपस्थित कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल वजूभाई वाळा ने विशिष्ट शैली में सम्बोधित करते हुए कहा कि राजकोट व सौराष्ट्र की जनता संस्कारी है। इस लोकमेले में लाखों लोग उमड़ते हैं, परंतु एक भी अप्रिय घटना नहीं घटती है। पूर्व मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने कहा कि लोकमेले हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। मनुष्य यहाँ आता है और अपने दु:ख, श्रम, थकान उतार कर जाता है। इससे पूर्व मेले के उद्घाटन के लिए आए मुख्यमंत्री, मंत्रीगण तथा महानुभावों का मेले के द्वार पर पुष्पों से स्वागत किया गया। बाद में दीप प्रज्ज्वलन के साथ मेले का उद्घाटन समारोह आरंभ हुआ। ज़िला कलेक्टर अरुण महेश बाबू ने सभी महानुभावों का स्वागत किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल, श्रम एवं रोज़गार राज्य मंत्री ब्रिजेशभाई मेरजा, परिवहन राज्य मत्री अरविंदभाई रैयाणी, सांसद सर्वश्री मोहनभाई कुंडारिया व रामभाई मोकरिया, विधायक सर्वश्री गोविंदभाई पटेल व लाखाभाई सागठिया, राजकोट महानगर पालिका के महापौर प्रदीप डव, ज़िला विकास अधिकारी देव चौधरी, उप महापौर डॉ. दर्शिताबेन शाह, महानगर पालिका आयुक्त मित अरोड़ा, शहर पुलिस आयुक्त राजू भार्गव, राजकोट ज़िला पंचायत अध्यक्ष भूपत बोदर, क्षेत्रीय नगर पालिका निदेशक धीमंत व्यास, ज़िला-पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी सहित महानुभाव उपस्थित थे।
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