अहमदाबाद : ‘विश्व शेर दिवस’ समारोह में गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शरीक हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

अहमदाबाद : ‘विश्व शेर दिवस’ समारोह में गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शरीक हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

राज्य सरकार ने शेरों के संरक्षण को प्राथमिकता देकर विभिन्न प्रोजेक्ट के जरिए किए प्रभावी उपाय

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने की एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट लायन की शुरुआत
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि वन विभाग की ओर से मनाया जाने वाला ‘विश्व शेर दिवस’ का यह अवसर गौरवपूर्ण दिन है। एशियाटिक लायन यानी एशियाई बब्बर शेर के संरक्षण और संवर्धन के संकल्प और इसके लिए जन जागरूकता फैलाने के लिए हम 2016 से विश्व शेर दिवस मना रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस समारोह में शिरकत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शेरों के संरक्षण को प्राथमिकता देकर अलग-अलग योजनाओं और प्रोजेक्टों के मार्फत शेरों के संरक्षण और सुरक्षा के प्रभावी उपाय किए हैं। उन्होंने कहा कि उन स्थानों पर जहां एशियाई शेरों का बसेरा है, वहां आवश्यकतानुसार रेस्क्यू सेंटरों की स्थापना की गई है। इतना ही नहीं, इन रेस्क्यू सेंटरों में पशु चिकित्सक, उपचार के आधुनिक उपकरण, रेस्क्यू ऑपरेशन की साधन-सामग्री और वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। शेरों का स्थल पर 
ही त्वरित उपचार किया जा सके, इसके लिए अत्याधुनिक उपकरण युक्त लायन एंबुलेंस की सुविधा भी मुहैया कराई गई है। सासण में शेरों के लिए अद्यतन लायन हॉस्पीटल की स्थापना की गई है। इसके अतिरिक्त, वन विभाग ने अद्यतन तकनीक से सुसज्जित गिर हाईटेक मॉनिटरिंग यूनिट की स्थापना की है। इस यूनिट के माध्यम से शेरों पर लगातार निगरानी रखी जाती है।
मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने गिर के शेरों और वन्य प्राणियों के प्रति विशेषकर बच्चों में जो जाग्रति और लगाव दिखा है उसकी प्रशंसा की
उन्होंने कहा कि शेरों के आनुवंशिकत लक्षणों को संरक्षित कर एशियाई शेर प्रजाति के संवर्धन के लिए सौराष्ट्र में रामपरा, जूनागढ़ के सक्कर बाग और सात वीरडा सहित तीन स्थलों पर जीन पूल शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के राजचिन्ह में भी शेरों की कृतियां रखी गई हैं, जिसमें चार शेर एक-दूसरे की ओर पीठ किए हुए खड़े हैं। प्रधानमंत्री के फ्लैगशिप प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के लोगो के रूप में भी उन्होंने गिर के शेर की प्रतिकृति को रखा है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में आयोजित होने वाले 36वें राष्ट्रीय खेलों का मेस्कोट यानी शुभंकर भी एशियाई शेर हैं। मुख्यमंत्री ने शेरों के संरक्षण और संवर्धन में लोगों के उल्लेखनीय योगदान का जिक्र करते हुए गिर के शेरों और वन्य प्राणियों के प्रति विशेषकर बच्चों में जो जाग्रति और लगाव दिखा है उसकी प्रशंसा की। श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि इस वर्ष भी विश्व शेर दिवस समारोह में बड़ी संख्या में सौराष्ट्र के 6 जिलों के स्कूलों और कॉलेजों के 6800 विद्यार्थियों सहित अन्य वन प्रेमी, अग्रणी और वन्य जीव प्रेमियों सहित लगभग 15 लाख लोग शामिल हुए हैं, यह वन्य जीवों के प्रति हमारे आदर दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन क्षेत्र में बसे स्थानीय लोगों ने तो शेरों के साथ सहअस्तित्व को स्वीकार कर लिया है तथा जियो और जीने दो के हमारे संस्कार को बनाए रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए लायन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि सरकार के ठोस उपायों, वन विभाग के अथक प्रयासों और गुजरात के लोगों की भागीदारी से शेरों की आबादी में निरंतर बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं, शेरों का विचरण क्षेत्र गिर के जंगलों से बढ़कर चोटिला, सायला, अमरेली और भावनगर जिलों के वनों सहित 30 हजार वर्ग किलोमीटर का हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है। इस अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में देश भर में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 13 से 15 अगस्त तक आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा देश की एकता की आन-बान और शान है। गुजरात में कुल मिलाकर 1 करोड़ घरों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने अपील की कि सभी साथ मिलकर हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाएं।
गुजरात में शेर प्राकृतिक व्यवस्था में विचरण कर रहे हैं शेर :  वन मंत्री  किरीटसिंह राणा
इस अवसर पर वन मंत्री  किरीटसिंह राणा ने कहा कि यह हम सभी के लिए खुशी और गौरव की बात है कि गुजरात में शेर प्राकृतिक व्यवस्था में विचरण कर रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार, वन विभाग और जनभागीदारी से सहारनीय कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि विश्व शेर दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 50 हजार लोगों को मैसेज तथा 1 लाख लोगों को ई-मेल के जरिए संदेश भेजा गया है। गुजरात में शेरों के संवर्धन और संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री  भूपेंद्र पटेल ने लगातार चिंता की है।
एशियाई शेरों का सबसे बड़ा ठिकाना बना गुजरात :  वन राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा
वन राज्य मंत्री  जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि आज एशियाई शेरों का सबसे बड़ा ठिकाना हमारा गुजरात, विशेषकर सौराष्ट्र बना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तभी से उन्होंने शेरों के संवर्धन के लिए काफी प्रयास किए हैं। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में प्रोजेक्ट लायन से जुड़ने का आह्वान भी किया। इस अवसर पर गांधीनगर में प्रधान मुख्य वन संरक्षक और हेड ऑफ फॉरेस्ट यू.डी. सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) एस.के. श्रीवास्तव और वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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