अहमदाबाद : ‘गुजरात एग्रो रेडिएशन प्रोसेसिंग फ़ैसिलिटी’ को यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर-एनिमल एंड प्लांट हेल्थ इंस्पेक्शन सर्विस की स्वीकृति

अहमदाबाद : ‘गुजरात एग्रो रेडिएशन प्रोसेसिंग फ़ैसिलिटी’ को यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर-एनिमल एंड प्लांट हेल्थ इंस्पेक्शन सर्विस की स्वीकृति

आम और अनार के निर्यात के लिए USDA-APHIS अनुमोदन प्राप्त करने वाला गुजरात का पहला और देश का चौथा संयंत्र है जीएआरपीएफ

अहमदाबाद ज़िले के बावळा में गुजरात एग्रो रेडिएशन प्रोसेसिंग फ़ैसिलिटी (जीएआरपीएफ);जो की गुजरात सरकार का उद्यम है, में USDA-APHIS की स्वीकृति प्राप्त करके मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने अपनी उपलब्धियों में एक नए पंख को जोड़ लिया है। USDA-APHIS द्वारा इस स्वीकृति के बाद अब सीधे गुजरात से अमेरिका में आमों के निर्यात में काफ़ी मदद मिलेगी।
नेशनल प्लांट प्रोटेक्शन ऑर्गनाइज़ेशन की सहायता से USDA-APHIS टीम ने जीएआरपीएफ का ऑडिट किया और ऑडिट के बाद USDA-APHIS ने गत 2 जुलाई,2022 को बावळा में संयंत्र को मंजूरी दी है।  आम और अनार के निर्यात के लिए USDA-APHIS अनुमोदन प्राप्त करने वाला यह गुजरात का पहला संयंत्र है।
मानदंडों के अनुसार अमेरिका को निर्यात करने से पहले आमों का विकिरण करना अनिवार्य है।  विकिरण प्रक्रिया अमेरिका के संगरोध निरीक्षकों की देखरेख में की जाती है।  
गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत अहमदाबाद ज़िले के बावळा में वर्ष 2014 में 20 करोड़ रुपए की लागत से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के लिए 1,000 किलो-क्यूरी मल्टीपर्पज़: स्प्लिट टाइप, पैलेटाइज़्डरेडिएशन प्रोसेसिंग फ़ैसिलिटी की स्थापना की थी। यह सुविधा भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र और विकिरण एवं आइसोटोप प्रौद्योगिकी बोर्ड (BRIT) के मार्गदर्शन व तकनीकी सहायता के साथ लागू की गई थी। यह भारत में एकमात्र ऐसा प्लांट है; जहाँ प्याज, आलू, अनाज, दालों, साइलियम हस्क, पालतू जानवरों के भोजन पदार्थों, मांस, मसालों, निर्जलित प्याज/सूखी सब्जियों, मुर्गी, अंडों और चिकित्सा उत्पादों आदि को आवश्यकता के अनुसार निम्न, मध्यम और उच्च विकरिणित करने की सुविधा है। 
यह प्लांट गुजरात से आमों के निर्यात में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
USDA-APHIS के ऑडिट के दौरान डी. के. पारेख, आईएएस, प्रबंध निदेशक, गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड उपस्थित थे। उन्होंने ऑडिट टीम को इस प्लांट की सुविधाओं और उसके महत्व के बारे में बताया। श्री पारेख ने बताया कि भारत सरकार ने क्लस्टर विकास योजना के तहत कच्छ को मैंगो क्लस्टर घोषित किया है और इसलिए यह प्लांट गुजरात से आमों के निर्यात में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड में तीन प्रमुख बुनियादी सुविधाएँ (आम के निर्यात के लिए आवश्यक); जैसे एकीकृत पैक हाउस, गामा विकिरण सुविधा और पेरिशबल एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स की सुविधा है। USDA-APHIS अनुमोदन के बाद जीएआरपीएफ प्लांट की विकिरण सम्बन्धी सुविधाओं के साथ-साथ शेष उपरोक्त सुविधाओं का लाभ भी राज्य के अन्य सम्बंधित सेक्टर्स आमों की गुणवत्ता बनाए रखने, उन्हें ख़राब होने से बचाने और परिवहन की लागत को कम करने में कर सकते हैं। 
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