अहमदाबाद : निर्मलता और निर्णायकता के साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की जनसेवा यात्रा के 200 दिन

अहमदाबाद : निर्मलता और निर्णायकता के साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की जनसेवा यात्रा के 200 दिन

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में गुजरात ने राष्ट्रीय मापदंडों पर खरा उतरकर दर्ज की उपलब्धियां

 गुजरात की साढ़े छह करोड़ जनता-जनार्दन के हित में लिए गए अहम निर्णय
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार के सुशासन के 200 दिन पूरे हो गए। निर्मलता और निर्णायकता के संगम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की यह जनसेवा यात्रा क्रांतिकारी निर्णयों, विशिष्ट उपलब्धियों और नवीन पहल के साथ राज्य के जन-जन की सेवा की सफल परिश्रम यात्रा बनी है। मुख्यमंत्री ने इन 200 दिनों के दौरान 61,000 किलोमीटर की यात्रा कर ‘जनता के बीच, जनता के साथ और जनता के लिए निरंतर कर्त्तव्यरत जनसेवक’की अनोखी छवि उजागर की है। विनम्र स्वभाव और पूरे उत्साह के साथ लगातार कार्यरत रहने वाले  भूपेंद्र पटेल के इन 200 दिनों के कार्यकाल के दौरान उनकी कार्यरीति और नीति का ही नतीजा है कि उनकी छविगुजरात के जनमानस में मृदु लेकिन दृढ़ और निर्णायक नेतृत्वकर्ता के रूप में बन गई है। गुजरात के युवाधन को स्थानीय स्तर पर विश्वस्तरीय शिक्षा सुविधा मुहैया कराने के उदार ध्येय के साथ राज्य में 11 नए निजी विश्वविद्यालयों को उन्होंने मंजूरी दी है। 
नई शिक्षा नीति के मार्गदर्शन के रोडमैप और ‘स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी 2.0’(एसएसआईपी 2.0) को लॉन्च किया। इस नीति के अंतर्गत राज्य सरकार स्टार्टअप और इनोवेशन को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता देती है। राज्य के स्कूलों में ढांचागत सुविधाओं और शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए मिशन स्कूल एक्सीलेंस योजना का सुदृढ़ कार्यान्वयन किया गया है। राज्य के विश्वविद्यालयों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए उनके मार्गदर्शन में अगले 4 वर्ष का परिणामोन्मुखी रोडमैप तैयार किया गया है। 
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने जन-जन के स्वास्थ्य का भी पर्याप्त ध्यान रखा है। टीकाकरण अभियान को तेजी दी। टीके की 10 करोड़ डोज देने की उपलब्धि गुजरात ने हासिल की। अब तक राज्य के 30 लाख किशोरों और 9 लाख बच्चों को कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान के तहत शामिल किया जा चुका है। इसी तरह, एयर एंबुलेंस सुविधा शुरू करने वाला गुजरात पहला राज्य बना है। स्वस्थ एवं सुरक्षित गुजरात के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री ने सप्ताह के हर शुक्रवार को स्वास्थ्य दिवस के अंतर्गत गैर संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग के माध्यम से उपचार की शुरुआत की है। जिसके अंतर्गत राज्य के 3 करोड़ 30 लाख नागरिकों का समावेश करने का सुदृढ़ आयोजन किया गया है। 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में देश के विकास इंजन और पॉलिसी ड्रिवन स्टेट गुजरात की उपलब्धियों को भूपेंद्र पटेल ने और भी उज्ज्वल बनाया है। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार ने चार नई नीतियों को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है। जिसमें स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी 2.0 (एसएसआईपी 2.0), आईटी पॉलिसी-2022, बायोटेक्नोलॉजी पॉलिसी और स्पोर्ट्स पॉलिसी का समावेश होता है। इन सभी नीतियों के जरिए राज्य की युवा शक्ति के कौशल को दुनिया के समकक्ष बनाने का सफल आयाम रचा है। पांच लाख युवाओं के कौशल निर्माण के लिए ‘कौशल्या द स्किल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना की गई है। राज्य के नौजवानों को सुरक्षा सेवा के क्षेत्र में शामिल करने के लिए सुनहरे अवसर पैदा किए हैं। पुलिस उप निरीक्षक के विविध संवर्गों के 1382 पदों पर भर्ती के लिए पुलिस उप निरीक्षक भर्ती बोर्ड का गठन किया गया है। लोकरक्षक के विभिन्न संवर्गों के 10,459 पदों पर युवाओं की पारदर्शी भर्ती करने के लिए लोकरक्षक भर्ती बोर्ड का गठन किया गया है। 
मुख्यमंत्री ने अपनी 200 दिनों की इस अविरत कर्त्तव्य यात्रा में किसानों, वंचितों, गरीबों और आदिवासियों के कल्याण के लिए अनेक नवीन पहल और लाभकारी निर्णय किए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रासायनिक खाद मुक्त प्राकृतिक कृषि का दायरा बढ़ाने का भी अभियान छेड़ा है। आदिवासी बहुल डांग जिले को 100 फीसदी प्राकृतिक खेती युक्त जिला घोषित किया गया है। 
इतना ही नहीं, गुजरात का किसान अब ड्रोन टेक्नोलॉजी का भी उपयोग करने लगा है। सरकार ने किसानों का उत्पादन बढ़ाने तथा इनपुट लागत घटाने का अनूठा दृष्टिकोण अपनाया है।
मुख्यमंत्री ने नारी शक्ति का सम्मान करते हुए इस वर्ष के बजट में 42 फीसदी की उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है। ‘पोषण सुधा योजना’ का दायरा बढ़ाने के साथ ही ‘सुपोषित माता-स्वस्थ बाल’ योजना कार्यान्वित कर मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है। गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं तथा बच्चों को पोषक आहार उपलब्ध कराने के लिए 1000 दिनों तक प्रतिमाह 1 किलो अरहर दाल, 2 किलो चना और 1 लीटर खाद्य तेल निःशुल्क दिया जाएगा। इसके लिए बजट में 850 करोड़ रुपए की भारी धनराशि आवंटित की है। 
आदिवासी क्षेत्रों में 500 नए मोबाइल टावर लगाकर मोबाइल नेटवर्क की सुविधा बढ़ाने का निर्णय मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले इन 200 दिनों की विशेष उपलब्धि है। अनुसूचित जाति के 1.14 लाख छात्रों को 196.23 करोड़ रुपए की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति दी गई है। वनबंधु यानी आदिवासी बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 25 बिरसा मुंडा ज्ञान शक्ति रेजिडेंशियल स्कूल ऑफ एक्सीलेंस शुरू किए जाएंगे। इसके लिए 45 करोड़ रुपए का आवंटन किया है। 
 भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात में जल प्रबंधन के कार्य को नई गति मिली है। ‘नल से जल’ कार्यक्रम का 93 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। इस वर्ष के अंत तक 100 फीसदी घरों तक नल से जल पहुंचाने का कार्य पूरा करने का संकल्प है। राज्य की जल संग्रहण क्षमता को बढ़ाने के लिए गुजरात सुजलाम सुफलाम जल अभियान के पांचवे चरण की शुरुआत की गई है। 
नर्मदा के बाढ़ के व्यर्थ बह जाने वाले पानी के अतिरिक्त 1 मिलियन यानी दस लाख एकड़ फीट पानी से कच्छ में सिंचाई सुविधा के आयोजन के लिए 4370 करोड़ रुपए की योजना को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में गुजरात ने राष्ट्रीय मापदंडों पर खरा उतरकर कई विशिष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं। इसके साथ ही गुजरात की साढ़े छह करोड़ जनता के व्यापक हित को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री ने अनेक अहम निर्णय भी किए है। भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा 2 लाख 44 हजार करोड़ रुपए का, 17 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी के साथ और बिना किसी नए कर के प्रस्ताव वाला अधिशेष बजट पेश किया गया है। 
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