गुजरात : धुलेटी के दिन ब्रेन-डेड हुए युवक के अंगदान से छः लोगों की जिंदगी में फैला उजाला

गुजरात : धुलेटी के दिन ब्रेन-डेड हुए युवक के अंगदान से छः लोगों की जिंदगी में फैला उजाला

पिछले एक साल से अधिक समय में गुजरात के लोगों में विशेषकर अहमदाबाद के लोगों में अंगदान के बारे में जागरूकता बढ़ रही

पिछले एक साल से अधिक समय में गुजरात के लोगों में विशेषकर अहमदाबाद के लोगों में अंगदान के बारे में जागरूकता बढ़ रही है। अपने परिजन का अंगदान करने का निर्णय लेना आसान काम नहीं है पर डॉक्टरों के प्रयासों और परिवार के विभिन्न समझदार सदस्यों की सहमति के कारण अंगदान से कई लोगों के जीवन को संवारा जा रहा है। बीते कुछ दिनों में समाज में यह धारणा बढ़ती जा रही है कि अपने किसी रिश्तेदार के ब्रेन डेड होने और उनके ना बचने की स्थिति में अंग दान का निर्णय लेकर दानकरने वाले को दूसरों के माध्यम से जीवित रख सकता है। अंगदान का ऐसा ही एक दिल छू लेने वाला मामला सामने आया है।
आपको बता दें कि अहमदाबाद के बोपल में रहने वाले निशांतभाई मेहता ने 6 अलग-अलग लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाया है। होली-धुलेटी के दिन दुर्घटनाग्रस्त निशांतभाई को इलाज के लिए अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। निशांतभाई की हालत गंभीर हो गई और उन्हें आगे के इलाज के लिए अहमदाबाद के किडनी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। उपचार के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने निशांतभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। तब परिवार के परिजनों को अस्पताल से अंगदान के बारे में जानकारी दी गई। परिवार के लिए तुरंत यह निर्णय लेना मुश्किल था, लेकिन परिवार को इस विचार से आश्वस्त किया गया था कि कई लोगों को इसमें जीवन मिलेगा। और अंत में परिवार द्वारा अंगदान करने का साहसिक निर्णय लिया गया।
बता दें कि परिवार की सहमति से निशांतभाई का दिमाग, 2 किडनी, लीवर और दोनों आंखें डोनेट की गई हैं। हार्ट को मुंबई के रिलायंस अस्पताल में ग्रीन कॉरिडोर के जरिए भेजा गया। किडनी अस्पताल में किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट किए गए। किडनी अस्पताल के निदेशक डॉ विनीत मिश्रा ने कहा, "परिवार की सहमति से अंगदान करने के लिए कई लोगों को पुनर्जीवित किया गया है। किडनी अस्पताल पूरे परिवार का आजीवन धन्यवाद रहेगा। धुलेती दिवस पर मेहता परिवार ने बड़ी दिलेरी से अंग दान देने का फैसला किया, जिसने एक साथ 6 लोगों को नया जीवन दिया है।