जानें अहमदाबाद में गरीब-वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए शुरू हुई ये सिग्नल स्कूल क्या है?

जानें अहमदाबाद में गरीब-वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए शुरू हुई ये सिग्नल स्कूल क्या है?

भिक्षा नहीं शिक्षा' के स्लोगन के साथ शुरू की गई सिग्नल स्कूलों के किया गया है 12 करोड़ का आवंटन

अहमदाबाद नगर निगम स्कूल बोर्ड द्वारा गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित ना रह जाये इसके लिए एक नया प्रयोग शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद के सिग्नल स्कूल में भटक रहे बच्चों को शिक्षा देने के लिए डिजाइन की गई 10 विशेष बसों को हरी झंडी दे दी है। आज से यह बस शहर के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण कर उन बच्चों को शिक्षा प्रदान करेगी जो शिक्षा से वंचित हैं और स्कूल नहीं जा सकते हैं। 
अहमदाबाद म्यूनिसिपल स्कूल बोर्ड द्वारा वर्ष 2021-22 के बजट में सिग्नल स्कूल के लिए विशेष प्रावधान किया गया था। स्कूल बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि सड़क पर अक्सर ऐसे बच्चे देखे जा सकते है, जो पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं जा सकते। इसलिए इस बजट में विशेष सिग्नल स्कूल के लिए विशेष प्रावधान  किया गया था। इसके तहत बसों में पढ़ाई करवाई जा सके, इसकी खास व्यवस्था की गई है।  
यह विशेष सिग्नल स्कूल अहमदाबाद के वस्त्रापुर, आरटीओ, नारोल, नरोड़ा तथा गुलबाई टेकरा जैसे इलाकों में घूमेगी और जो बालक स्कूल नहीं जा सकते उन्हें बस द्वारा ही शिक्षण दिया जाएगा। बच्चों को जरूरी शिक्षण मिल सके इस हेतु से शुरू की गई इस बस में दो शिक्षक रहेंगे। जिसमें एक मुख्य शिक्षक और एक हेल्पर के तौर पर रहेगा। इन सिग्नल स्कूल में बच्चों को एलईडी द्वारा पढ़ाई करवाई जाएगी। बस में एक साथ 15 छात्रों को क्लासरूम जैसे वातावरण में भी पढ़ने का प्रयास किया गया है। 'भिक्षा नहीं शिक्षा' के स्लोगन के साथ शुरू की गई इन सिग्नल स्कूलों के प्रोजेक्ट के लिए 12 करोड़ का आवंटन किया गया था।