अहमदाबाद : खाद्य तेलों में मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने का प्रयास, खुदरा, थोक विक्रेताओं के लिए स्टॉक सीमा तय

अहमदाबाद : खाद्य तेलों में मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने का प्रयास, खुदरा, थोक विक्रेताओं के लिए स्टॉक सीमा तय

खुदरा विक्रेता 30 क्विंटल तक, थोक व्यापारी 500 क्विंटल तक स्टॉक कर सकते हैं

व्यापारियों के लिए यह स्टॉक लिमिट 30 जून तक लागू रहेगी
हाल के दिनों में खाद्य तेलों में रिकॉर्ड तोड़ और भारी वृद्धि के बाद, गुजरात सरकार ने अंततः खाद्य तेलों पर स्टॉक सीमा लगाने की घोषणा की है। इस हिसाब से स्टॉक लिमिट 30 जून तक लागू रहेगी। खुदरा, थोक और डिपो उपयोगकर्ताओं के लिए खाद्य तेल के भंडारण की एक सीमा है। साथ ही इन व्यापारियों को स्टॉक की नियमित जानकारी देनी होगी।
राज्य के नागरिक आपूर्ति मंत्रालय द्वारा घोषित खाद्य तेलों पर स्टॉक सीमा के तहत खुदरा विक्रेता अधिकतम 30 क्विंटल तक स्टॉक रख सकेंगे। थोक व्यापारी 500 क्विंटल तक खाद्य तेल रख सकेंगे। डिपो वाले बड़े उपभोक्ता 1000 क्विंटल की मात्रा रख सकेंगे। जबकि तेल उत्पादक भंडारण क्षमता का 90 दिनों का स्टॉक रख सकेंगे।
त‌िलहन पर भी स्टॉक लिमिट लगा दी गई है। खुदरा विक्रेताओं के लिए 100 क्विंटल और थोक विक्रेताओं के लिए 2000 क्विंटल की स्टॉक सीमा होगी। सभी प्रकार के खाद्य तेल और तिलहन इस स्टॉक के अंतर्गत आते हैं। स्टॉक लिमिट ऑर्डर में कहा गया है कि निर्यात के लिए मात्रा पर स्टॉक की सीमा लागू नहीं होगी, इसी तरह आयातित खाद्य तेल के आयातक को भी छूट दी जाएगी।
सौराष्ट्र की तेल मिल ने 1200 टन मूंगफली की पेराई की। जिसमें सेंग तेल का दैनिक उत्पादन 300 टन होता है। मूंगफली की आय अभी बढ़ रही है। हालांकि, सेंग तेल की कीमत लगातार बढ़ रही है। पिछले तीन दिनों की बात करें तो सेंग तेल में 40 रुपये की तेजी आई है। सेंग तेल की कीमत 2,420 रुपये थी। जबकि बिनौला (कपासिया) का भाव 2400 रुपये तक पहुंचने में मात्र 50 रुपये दूर है।  हालांकि, सरसों का नया सीजन शुरू होने की तैयारी है। जिससे व्यापारी व जमाखोर पुराने माल को बिक्री के लिए निकाल रहे हैं। लेकिन को खरीददार नहीं है। जिससे सरसों के तेल में नरमी का रुझान बना हुआ है। सरसों के तेल की एक डिब्बे की कीमत 2530 रुपये है।
Tags: