गांधी जयंती विशेष : 'बापू' के निवासस्थान को दिया जाएगा नया हेरिटेज लुक, डेवलपमेंट के साथ सादगी का होगा अनोखा मिश्रण

गांधी जयंती विशेष : 'बापू' के निवासस्थान को दिया जाएगा नया हेरिटेज लुक, डेवलपमेंट के साथ सादगी का होगा अनोखा मिश्रण

बिमल पटेल को सौंपा गया है पूरी परियोजना की डिजाइन का काम

गुजरात में महात्मा गांधी की अमूल्य धरोहर अहमदाबाद का साबरमती आश्रम अब नए रूप में दिखाई देगा। पीएम मोदी के सीधे मार्गदर्शन में इस प्रोजेक्ट को क्रियान्वित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गांधी आश्रम को नया रूप देने के बाद भी इस आश्रम की सादगी को पूरी तरह से बरकरार रखा जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट को 1,200 करोड़ रुपये की लागत से 55 एकड़ जमीन पर लागू किया जाएगा।
नए प्रोजेक्ट के अंतर्गत गांधी आश्रम के पूरे इलाके को साइलेंट जोन बनाया जाएगा और आश्रम की इमारतों को हेरिटेज लुक दिया जाएगा। इसके अलावा पांच विश्वस्तरीय संग्रहालय और फोटो गैलरी भी बनाई जाएंगी। गांधी आश्रम के पूर्ण जीर्णोद्धार परियोजना के लिए लगभग 1200 करोड़ रुपए खर्च करने का अंदाज लगाया जा रहा है। इस परियोजना के डिजाइन का काम बिमल पटेल को सौंपा गया है, जिन्होंने साबरमती रिवर फ्रंट, नई संसद के सेंट्रल विस्टा, वाराणसी काशी विश्वनाथ की डिजाइन को तैयार करने का काम किया था। 
गौरतलब है कि गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने अपने दिल्ली दौरे से पहले पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट गांधी आश्रम पुनर्विकास के मुद्दे पर चर्चा की थी। जिसमें आश्रमवासियों के लिए जगह खाली करने के मुद्दे पर चर्चा की गई। इस बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल, के कैलाशनाथन, ओएसडी, आई.के. पटेल मौजूद रहे थे, साथ ही जिला कलेक्टर समेत सभी संबंधित अधिकारी भी स्थान पर मौजूद रहे थे। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद में गांधी आश्रम के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और इस संबंध में सभी काम नगर निगम को सौंपा गया है। इस पूरे ऑपरेशन के डिजाइन और कार्यान्वयन के लिए एक सलाहकार नियुक्त करने के प्रस्ताव को भी स्थायी समिति में अनुमति दे दी गई है। 
आश्रम के आसपास के क्षेत्र के समतलीकरण में 6 से 7 मीटर का बड़ा अंतर है। इसलिए जमीन को समतल करने के लिए पिराना कचरे के टीलों पर जैव-खनन किया जा रहा है, उसमें से निकलने वाली मिट्टी को जमीन में डाला जाएगा। सरकार द्वारा इस डेवलपमेंत प्रोग्राम को तेजी प्रदान करने के लिए खेड़ा के निवृत कलेक्टर आई के पटेल की नियुक्ति की गई है। साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार ने गांधीजी के सिद्धांतों पर काम करने वाले तीन संगठनों को जमीन और घर खाली करने का नोटिस जारी किया है. यहां करीब 200 परिवारों को स्थानांतरित किया जाएगा।
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