अहमदाबाद : जीवित इंसान का डैथ सर्टिफिकेट बनवाकर की बीमा कंपनी से ठगाई, इस तरह सामने आया सच

अहमदाबाद : जीवित इंसान का डैथ सर्टिफिकेट बनवाकर की बीमा कंपनी से ठगाई, इस तरह सामने आया सच

पति को गाँव भेजकर बनवाया नकली प्रमाणपत्र, वापिस आने के पहले हथिया लिए सभी पैसे

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने जाली मरण सर्टिफिकेट बनवाकर बीमा कंपनी से धोखाधड़ी करने वाली एक महिला को हिरासत में लिया था। अपने पति को गनव भेजकर महिला ने अपने पति का नकली प्रमाणपत्र बनाकर बीमा की भारी भरकम रकम ले ली थी। हालांकि अंत में महिला के पति ने ही क्राइम ब्रांच में इस बारे में शिकायत की थी, जिसके चलते पूरा सच सामने आया था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, मूल मध्यप्रदेश के और फिलहाल अहमदाबाद के नरोडा में रहने वाले 48 वर्षीय निमेषभाई मराठी ने एक बीमा कंपनी से अपना जीवन बीमा निकलवाया था। लगभग तीन साल पहले निमेषभाई के पास जब कोई काम नहीं था, तब उनकी पत्नी नंदा ने उन्हें गाँव जाने कहा और खुद बेटी के यहाँ रहकर अपना जीवनयापन करने की बात कही। निमेषभाई के पास करने को कोई काम नहीं था और घर का भाड़ा भी अब वह नहीं भर पा रहे थे। जिसके चलते वह गाँव चले गए। हालांकि तीन महीने के बाद वह वापिस आए। 
वापिस आने पर उनकी पत्नी ने उनके साथ झगड़ा कर उन्हें साथ में रखने से मना कर दिया। जिससे की आहत होकर निमेषभाई सड़क पर मजदूरी कर अपना पेट पालने लगे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि जिस दौरान वह यहाँ नहीं थे, तब उनकी पत्नी ने उनके नाम से डैथ सर्टिफिकेट बनवाकर उनके नाम की सारी बीमा राशि खुद ले लिए है। इस मामले में जब उन्होंने जांच की तो पता चला की मार्च 2019 में ही उनके नाम से मरण प्रमाणपत्र बन चुका है। जिसके चलते उनका शक उयर भी बढ़ गया। निमेषभाई ने जब इस बारे में अपनी पत्नी से पूछा तो उसने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। जिसके चलते निमेषभाई ने क्राइम ब्रांच में इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई।
क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया कि नंदाबेन ने सरदारनगर के रवीन्द्र कोडेकर और सेटेलाइट इलाके में रहने वाले डॉक्टर हरीकृष्ण सोनी ने साथ मिलकर यह सारा प्लान बनाया था। डॉक्टर हरीकृष्ण सोनी ने ही निमेषभाई का नकली मृत्यु प्रमाणपत्र बनाया था। जिसके बाद नंदा ने बिरला सन लाइफ और फ्यूचर इंडिया नाम कि कंपनी में वह सब दिखाकर बीमा कि रकम के साढ़े 18 लाख की राशि ली थी। फिलहाल पूरे मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा डॉक्टर हरीकृष्ण सोनी और नंदा को हिरासत में लिया गया था। जबकि रवीन्द्र कोडेकर को वांटेड जाहीर कर आगे की कार्यवाही शुरू की गई है। 
Tags: Ahmedabad