
अहमदाबाद : माँ के साथ आपत्तीजनक अवस्था में देख गया था भतीजा, चाचा ने की ठंडे कलेजे से हत्या
By Loktej
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हत्या करने के बाद लाश को जलाकर गटर में बहा दी अस्थियाँ, ढाई साल बाद सामने आया सच
पिछले कई दिनों से राज्य में अपहरण के केस काफी तेजी से बढ़ रहे है। पुलिस एक केस सोल्व करती है की उसके पहले ही दूसरा केस उनके सामने आकर खड़ा हो जाता है। ऐसे में अहमदाबाद के जालमपुर के एक गाँव में 6 साल के एक बालक के अपहरण के केस का पर्दा फ़ाश हुआ था। पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया कि इस बालक का अपहरण कर उसकी ह्त्या हुई थी, जो की बालक के चाचा ने ही की थी। चौंकाने वाली बात तो यह है की इस पूरे हत्या में उसकी माता भी शामिल थी। हत्या के बाद दोनों ने मिलकर बालक की लाश को ठिकाने लगा दिया था।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर 2018 को जालमपुर गाँव में रहने वाले नवघणभाई का 6 साल का पौता 28 सितंबर 2018 को घर के पास से ही लापता हो गया था। काफी ढूँढने के बाद भी हार्दिक की कोई जानकारी नहीं मिली। जिसके चलते उन्होंने विरमगाम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। नवघणभाई अपनी पत्नी पार्वतीबेन, बड़े बेटे जगदीश और उसकी पत्नी जोसना और अपने छोटे बेटे रमेश के साथ एक संयुक्त कुटुंब में रहते थे। परिवार में बड़े बेटे की दो संतान 6 साल का हार्दिक और 3 साल की श्रद्धा भी मौजूद थी।
28 सितंबर 2018 के दिन बड़ा बेटा खेत में काम करने चला गया और पार्वती बेन किसी काम से बाहर गए थे। जोसना अपनी पुत्री को लेकर कपड़े धोने गई थी। इस दौरान घर में नवघणभाई और उनका पोता ही मौजूद था। दादा ने अपने पोते को चॉकलेट लेने के लिए पैसे दिये। जिसके चलते वह बाहर गया। पर काफी देर हो जाने के बाद भी वह घर नहीं आया। जिसके चलते दादा ने उसकी छानबिन भी की, पर वह कहीं नहीं मिला। जिसके चलते पुलिस में शिकायत में दर्ज करवाई गई।
पुलिस की जांच में सामने आया की जोसना और देवर रमेश के बीच नाजायज संबंध थे और इन दोनों को हार्दिक अश्लील अवस्था में देख गया था। जिसके चलते हार्दिक की माता और चाचा ने मिलकर उसकी ह्त्या करने का निर्णय लिया। 28 सितंबर के दिन रमेश ने अपने भतीजे को खेत में ले जाकर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश जला दी। हत्या के दूसरे दिन रमेश ने लाश की राख़ को नजदीक ही आई गटर में डाल सभी सबूतों का नाश कर दिया था।
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