अहमदाबाद : ब्लैक फंगस के डर से बुजुर्ग ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में किया खुलासा

कुछ ही समय पहले कोरोना से ठीक हुये थे बुजुर्ग मधुमेह की बीमारी से भी थे पीड़ित, मुंह में छाले पड़ने से हुई ब्लैक फंगस होने की हुई भीती

देश भर में कोरोना महामारी ने अपना कहर ढाया हुआ है। कोरोना के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस ने भी अपना सर उठाना शुरू कर दिया है। आए दिन ब्लैक फंगस के कारण कई लोगों के मरने की खबरें सामने आ रही है। इस बीमारी का इलाज भी काफी मुश्किल साबित हो रहा है। क्योंकि इलाज के लिए इंजेक्शन के कमी की बात सामने आ रही है। कई मामलों में मरीज के इलाज के लिए उनके दाँत और जबड़े भी निकालने पड़े है। ऐसे में अहमदाबाद में एक बुजुर्ग ने ब्लैक फंगस के डर के कारण अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली होने की बात सामने आई है। 
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के पालड़ी इलाके के अमन अपार्टमेंट में रहने वाले बुजुर्ग ने गुरुवार के दिन छत पर जाकर किटनाशक पी लिया। जिसके बाद उनको इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उनकी मौत हो गई। बुजुर्ग इसके पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके थे, हालांकि इलाज के बाद अब वह कोरोना से उबर चुके थे। कोरोना से उबरने के बाद अचानक से उनके मुंह में छाले पड गए। जिसके चलते उन्हें खुद को ब्लैक फंगस होने की आशंका हुई।
आत्महत्या के पहले बुजुर्ग ने एक सुसाइड नोट लिखी थी, जिसमें सामने आया की बुजुर्ग को खुद को ब्लैक फंगस हो गए होने का डर सता रहा था। क्योंकि वह कुछ ही समय पहले कोरोना से ठीक हुये थे और वह मधुमेह से पीड़ित भी है। ऐसे में उन्हें ब्लैक फंगस के कारण खुद की परिस्थिति बिगड़ने का डर सता रहा था। जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली। पूरे मामले में पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।