लोगों की अंतिमक्रिया करने वाले बिरजू ने ली अपनी अंतिम सांस, अब तक 700 लोगों का कर चुके थे अंतिम संस्कार

लोगों की अंतिमक्रिया करने वाले बिरजू ने ली अपनी अंतिम सांस, अब तक 700 लोगों का कर चुके थे अंतिम संस्कार

कोरोना महामारी के दौरान भी लगातार कर रहे थे लोगों का अंतिम संस्कार

अहमदाबाद के विरमगाम में रहने वाले और पिछले 35 सालों से बिना किसी स्वजन के आए 700 से अधिक मृतदेहों का अंतिम संस्कार करने वाले बिरजू गुप्ता ने अपनी आंखे बंद कर ली है। बिरजू पिछले 35 सालों से लोगों को उनके अंतिम धाम तक पहुँचने में मदद कर रहे है। किसी भी जगह लावारिस लाश की सूचना मिलते ही बिरजू अपनी टीम के साथ सबसे पहले पहुँच जाते और उसके संबंधियों को ढूँढने की कोशिश करते। जब कोई भी मृतदेह को स्वीकार करने नहीं आता तो विरमगाम शिव महल के श्मशान में उनका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर देते। 
पिछले एक साल के दौरान बिरजू कोरोना के कारण किसी की मृत्यु हुई हो या उसके पहले किसी भी परिस्थिति में वह अपनी डिजास्टर टीम के साथ पहुँच जाते। 2001 के भूकंप में उन्होंने 10 हजार से अधिक लोगों सरकारी सहाय के साथ भोजन करने की व्यवस्था की थी। वह हमेशा कहते की कोरोना उनका कुछ नहीं बिगड़ सकती और लगातार श्मशान में लोगों का अंतिम संस्कार करते। पर अंत में वह भी चीर समाधि में चले गए।