अहमदाबाद के एक निजी स्कूल को धमकी भरे ईमेल मिलने का सिलसिला जारी, मामला बना सिरदर्द

स्कूल में चल रही ऑनलाइन कक्षाओं को बंद करवाने की दी धमकी, स्कूल की छात्राओं के मोर्फ़्ड़ तस्वीरें वायरल करने की दी धमकी

पिछले आठ महीनों से अहमदाबाद पुलिस साइबर क्राइम सेल शहर के एक निजी स्कूल को धमकी भरा ईमेल भेजने वाले आरोपी की तलाश कर रही है। एक बार फिर एक गुमनाम व्यक्ति की ओर से निजी स्कूल को धमकी भरा ईमेल मिला। इसमें मेल भेजने वाले ने स्कूल अधिकारियों को ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार 9 सितंबर, 2020 से मार्च 2021 तक, शहर के एक निजी स्कूल प्रबंधन को बहुत सारे धमकी भरे ईमेल मिले है जिसमें प्रेषक ने अपनी मांगों को पूरा नहीं करने पर स्कूल की छात्राओं की मोर्फेड तस्वीरों को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी दी है। 9 सितंबर, 2020 को गुमनाम उपयोगकर्ता ने ईमेल पर तीन पत्र भेजे थे, जिसमें मिड-टर्म की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई थी, हालांकि इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने 8 वीं से 12 वीं कक्षा की मध्यावधि परीक्षा रद्द कर दी थी। इसके बाद फिर 6 दिसंबर और 9 दिसंबर, 2020 को स्कूल को और अधिक धमकी भरे ईमेल मिले, जहां भेजने वाले ने कक्षा 10, 11 और 12 के लिए प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग की। अब पता चला है कि एक पखवाड़े पहले स्कूल प्रबंधन को एक और ईमेल मिला है, जहां प्रेषक ने छात्रों की ऑनलाइन कक्षाओं को रद्द करने की मांग की थी।
इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने अक्टूबर 2020 में साइबर क्राइम सेल से संपर्क किया था, लेकिन अभी तक पुलिस इस मामले में कोई सुराग नहीं लगा पाई है। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन ने हाल ही में अभिभावकों से कहा कि स्कूल को लगातार "गुमनाम प्रेषक” से स्कूल को "बदनाम" करने वाले धमकी भरे ईमेल मिल रहे है। 
इस मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल के सूत्रों ने बताया कि जो प्रेषक धमकी भरे मेलों में अपनी मांगों को पूरी कराने के लिए स्कूल और छात्रों को परेशान करने वाली "धमकी" का सहारा ले रहे है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि सभी धमकी भरे ईमेल अज्ञात प्रेषक ने द ओनियन रिंग ब्राउज़र जैसी एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का उपयोग किया है, यह एक खुला सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग गुमनाम रूप से जानकारी भेजने के लिए किया जाता है। इस लिए यूजर का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। 
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