अहमदाबाद : बोर्ड परीक्षा में कोरोना का डर, यदि किसी छात्र को बुखार, सर्दी, खांसी है तो उसे अलग कमरे में बैठना होगा

अहमदाबाद : बोर्ड परीक्षा में कोरोना का डर, यदि किसी छात्र को बुखार, सर्दी, खांसी है तो उसे अलग कमरे में बैठना होगा

यदि छात्रों का तापमान अधिक पाया जाता है, तो उन्हें एक अलग कमरे में बैठकर परीक्षा देनी होगी

परीक्षा के समय कक्षा में बैठने से पहले छात्रों के तापमान की जाँच की जाएगी
कक्षा 10 और 12 की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 4 मई से शुरू होगी, जिसके साथ ही शिक्षा विभाग और प्रशासन तैयार हो रहे हैं। कोरोना के बीच परीक्षा देने वाले छात्रों की सुरक्षा के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनमें से एक यह है कि परीक्षा के समय कक्षा में बैठने से पहले छात्रों के तापमान की जाँच की जाएगी और जिन छात्रों का तापमान अधिक है या बुखार, सर्दी, खांसी होगी उसे अलग कमरे में परीक्षा देना की व्यवस्था की जाएगी। 
राज्य के अधिकांश स्कूलों को शुरू कर दिया गया है। हालांकि, छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी स्कूल में प्रवेश करते ही सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।  जैसे कि एक बेंच पर एक ही छात्र,  प्रवेश से पहले तापमान की जांच करने के साथ-साथ हाथ धोने और अनिवार्य मास्क पहनना। बोर्ड परीक्षाएं अब 4 मई से शुरू हो रही हैं, इसलिए शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों को संक्रमण से दूर रखने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। यदि कोई छात्र कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा के दौरान बुखार, सर्दी, खांसी और तापमान अधिक रहता है, तो उस छात्र को एक अलग कमरे में परीक्षा की व्यवस्था किया जाएगा, ताकि किसी अन्य छात्र में संक्रमण का कोई खतरा न हो।
प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक अलग कमरा होगा
इससे पहले कि छात्र परीक्षा में बैठते हैं, उनका तापमान गेट के बाहर जांचा जाएगा और छात्र को पूरी तरह से सेनेटाइज कर दिया जाएगा। यदि किसी छात्र का तापमान 99 से ऊपर है, तो छात्र को एक अलग कमरे में बैठाया जाएगा। इसके लिए राज्य के सभी परीक्षा केंद्रों पर एक अलग कमरा रखा जाएगा। इसके अलावा परीक्षा के समय छात्रों के बीच सामाजिक दूरी होना अनिवार्य है । साथ ही उसी के अनुसार सभी बैठकों की व्यवस्था किया जाएगा।
प्रत्येक 50 छात्रों के बीच एक थर्मलगन की व्यवस्था 
 परीक्षा के समय पर्यवेक्षक के रूप में जिन शिक्षकों को सौंपा जाएगा, उन्हें कोई अन्य कक्षा का काम नहीं दिया जाएगा। साथ ही परीक्षाओं के दौरान छात्रों का समय बर्बाद न हो इसके लिए प्रत्येक 50 छात्रों के बीच एक थर्मलगन की व्यवस्था किया जाएगा। इसके साथ ही छात्रों के स्कीनिंग की कार्यवाही शिक्षकों को सौंपा जाएगा। परीक्षा के लिए आए छात्रों में भीड़ से बचने के लिए, सभी को लाइन में प्रवेश दिया जाएगा और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए सतर्कता बरती जाएगी।
हॉल टिकट के पीछे कोरोना के दिशानिर्देश होंगे
छात्रों को परीक्षा के लिए हॉल टिकट दिए जाएंगे, जिसके पीछे कोरोना संक्रमण से बचने के लिए क्या-क्या सावधानी बरतनी है इसकी जानकारी अंकित रहेगा। यह करने से यदि कोई विद्यार्थी कोरोना संक्रमित है तो उससे अन्य छात्र सचेत रह सकते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर स्वयं को कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं।   इसके अलावा, निकट भविष्य में शिक्षा बोर्ड द्वारा कुछ कदम उठाए जा सकते हैं। परीक्षा के समय शिक्षकों और छात्रों के लिए इसका पालन करना अनिवार्य होगा।
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