महिला विश्वकप : ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत कायम, इंग्लैंड को हराकर सातवीं बार जीता खिताब

महिला विश्वकप : ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत कायम, इंग्लैंड को हराकर सातवीं बार जीता खिताब

ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को ७१ रनों से हराकर आईसीसी महिला विश्व कप क्रिकेट का फाइनल जीता

न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च में आज आईसीसी महिला विश्व कप का फाइनल खेला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया। इस टूर्नामेंट में अपराजित रही और अपना नौवां फाइनल खेल रही ऑस्ट्रेलिया ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड को 71 रनों से हराते हुए सातवीं बार ख़िताब पर कब्ज़ा कर लिया। टॉस जीत कर इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बल्लेबाजी को आमंत्रित किया। ऑस्ट्रेलिया ने एलिसा हिली ने लगातार दुसरे शतक और रिकॉर्ड तोड़ 170 रनों की पारी के बदौलत पांच विकेट पर 356 रन का बड़ा स्कोर बना डाला। एलिसा हिली ने 138 गेंदों में 26 चौके लगाते हुए अपनी रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली। हिली के अलावा राचेल हेन्स (68) और बेथ मूनी (62) ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। हिली की पारी किसी भी महिला वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की ही करेन रोल्टन ने 2005 महिला वर्ल्ड कप फ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ 105 रनों की पारी खेली थी।
एक बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड शुरू से ही दवाब में दिखी। इंग्लैंड की टीम 43.4 ओवरों में 285 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इंग्लैंड की ओर से नताली सिवर ने शतक बनाया। नताली सिवर ने 121 गेंदों पर सबसे अधिक 148 रन बनाए। उनके अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से अलाना किंग और जेस जॉनसन ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि मेगन स्कॉट ने दो और टालिया मैक्ग्राथ और एशले गार्डनर ने एक-एक विकेट लिया।
गौरतलब है कि दोनों टीमें 34 साल बाद आईसीसी विश्व कप के फाइनल में आमने सामने थीं। इससे पहले दोनों की भिड़ंत साल 1988 विश्व कप के फाइनल में हुई थी। ऑस्ट्रेलिया की टीम 6 बार विश्व चैंपियन बन चुकी थी जबकि इंग्लैंड ने तीन बार इस खिताब पर कब्जा जमाया था। ऑस्ट्रेलिया ने 1978, 1982, 1988, 1997, 2005, 2013, 2022 में यह खिताब जीता है।अलिसा हीली को प्लेयर ऑफ द मैच के साथ साथ टूर्नामेंट में 509 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का भी पुरस्कार दिया गया।
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