Happy birthday Kamblya!
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) January 18, 2022
The innumerable memories we have had both on & off the field are something I shall cherish forever.
Looking forward to hear from you on how 50 feels…????????
God bless you! pic.twitter.com/Tnx2rwJARa
क्रिकेट के भगवान सचिन के बचपन के दोस्त विनोद कांबली आज मना रहे है अपना 50वां जन्मदिन, जानें उनके कुछ हैरान कर देने वाले रिकोर्ड्स के बारे में
By Loktej
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सचिन और कांबली दोनों ने ही एक साथ किया था इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली का आज 50वां जन्मदिन है। अपने बचपन के दोस्त और पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली को जन्मदिन की बधाई देते हुये सचिन तेंदुलकर ने कांबली और उनके बचपन की तस्वीरें साझा की हैं। कांबली को 50वें जन्मदिन की बधाई देते हुए तेंदुलकर ने ट्वीट किया, 'आपको 50वां जन्मदिन मुबारक हो कांब्ल्या, जन्मदिन की शुभकामनाएं।'
कांबली और सचिन के नाम कई रिकॉर्ड हैं लेकिन कांबली के नाम कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी हैं जिन्हें खुद क्रिकेट के भगवान भी नहीं तोड़ पाए है। विनोद कांबली ने 29 जनवरी 1993 को कोलकाता के ईडन गार्डन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। सचिन और कांबली दोनों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक साथ डेब्यू किया, हालांकि उनका करियर काफी अलग था। कांबली ने भारत के लिए सिर्फ 17 टेस्ट खेले हैं, लेकिन उनके नाम एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे खुद सचिन भी नहीं तोड़ पाए है। विनोद कांबली ने 21 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और 23 साल की उम्र में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। अपने छोटे टेस्ट करियर के बावजूद, उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए।
कांबली के नाम किसी भारतीय टीम द्वारा सबसे कम उम्र में दोहरा शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड है। कांबली ने 21 साल 32 दिन की उम्र में मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ 224 रन की पारी खेली और भारत की ओर से दोहरा शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने। तेंदुलकर की बात करें तो सचिन ने 26 साल की उम्र में 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। कांबली ने 1998 में रणजी में पदार्पण किया था। कांबली का पहला रणजी मैच गुजरात के खिलाफ था और उन्होंने छक्के लगाकर खाता खोला था. 1993 में, कांबली ने दो टेस्ट मैचों में लगातार दो दोहरे शतक बनाकर एक और रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ 224 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 227 रन की पारी खेली और लगातार दो टेस्ट मैचों में दो शतकों का रिकॉर्ड बनाया।
कांबली ने टेस्ट क्रिकेट की 14 पारियों में 1000 रन बनाए। वह भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं कांबली का औसत सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग जैसे बल्लेबाजों से भी ज्यादा है. उन्होंने 17 टेस्ट में 54.2 की औसत से 2 दोहरे शतक और 4 शतकों के साथ 1084 रन बनाए हैं।
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