'महेंद्र सिंह धोनी के आते ही मानो मेरा करियर हो गया था खत्म', जानिए किस भारतीय खिलाड़ी का दर्द छलका

'महेंद्र सिंह धोनी के आते ही मानो मेरा करियर हो गया था खत्म', जानिए किस भारतीय खिलाड़ी का दर्द छलका

धोनी की प्रतिभा ही थी कुछ अलग, धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश के साथ ही कई विकेटकीपरों के करियर का अंत हो गया

महेंद्र सिंह धोनी का नाम भारत के  ही नहीं बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों में शामिल है। महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सर्वोत्तम विकेटकीपर बल्लेबाज और सबसे सफल कप्तान हैं। दुनिया भर के दिग्गज धोनी का लोहा मानते है। ऐसे में भारतीय टीम के एक दुसरे विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी के आने से उनका करियर खत्म हो गया। दिनेश कार्तिक ने कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी के आने के बाद उन्हें पता चल गया कि अब उनकी भारतीय टीम में वापसी का रास्ते बंद हो चुके है।
आपको बता दें कि एक यूट्यूब चैनल पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा से बात करते हुए दिनेश कार्तिक ने ये बात कही। दिनेश कार्तिक के क्रिकेट करियर के बारे में बता दें कि दिनेश कार्तिक को कभी भारतीय टीम में जगह मिलती है तो वो कभी आउट हो जाते हैं। कार्तिक कभी भी भारतीय टीम में स्थायी जगह नहीं बना पाए हैं। दिनेश कार्तिक ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत महेंद्र सिंह धोनी की टीम में शामिल होने से पहले की थी। उन्हें कई बार मौका मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके। धोनी जब भारतीय टीम का हिस्सा बने तो उन्होंने शानदार शुरुआत की और अपने प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।
दिनेश कार्तिक ने कहा, 'उन्हें पता था कि भारतीय टीम में अगले 10 से 12 साल में विकेटकीपर-बल्लेबाज की जगह बंद हो गई। कार्तिक ने कहा, 'कई सालों के बाद भारतीय टीम को एक बेहतरीन विकेटकीपर मिला। "मैं अपने आप से पूछता रहा, 'अब मेरा क्या होगा?' ऐसे में मुझे एक बल्लेबाज बनने का अवसर मिला। उस समय भारतीय टीम में मध्यक्रम और सलामी बल्लेबाज के रूप में दो स्थान थे।" धोनी सहित अन्य लोगों ने मुझसे कहा, "एक बल्लेबाज के रूप में, आप इतने प्रतिभाशाली हैं कि आप ओपनिंग कर सकते हैं। इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला।"
जिस देश में शीर्ष स्तर तक पहुंचने के लिए क्रिकेटरों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, वहां धोनी की प्रतिभा ही कुछ अलग थी। भारतीय टीम में जगह बनाने का उनका सफर 5-6 साल में पूरा हुआ। धोनी ने अपना वनडे डेब्यू 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ किया था। धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश के साथ ही कई विकेटकीपरों के करियर का अंत हो गया। धोनी के कप्तान बनने के बाद किसी विकेटकीपर के पास धोनी की जगह लेने का मौका नहीं था।