तुर्की : दो अलग-अलग सड़क हादसों में 32 लोगों की मौत, 52 से ज्यादा लोग घायल

तुर्की : दो अलग-अलग सड़क हादसों में 32 लोगों की मौत, 52 से ज्यादा लोग घायल

अधिकारियों ने दोनों हादसों की जांच शुरू कर दी, दोनों हादसों के बीच संबंध की कोई रिपोर्ट नहीं मिली

तुर्की इस समय दुनिया भर में अपने सड़क दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात हो चला है। एक बार फिर तुर्की में शनिवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों में कम से कम 35 लोगों की मौत होग गयी, जिसके बाद अधिकारियों ने दोनों हादसों की जांच शुरू कर दी है। तुर्की में दो भीषण सड़क हादसों में 32 लोगों की मौत हो गई जबकि 52 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसमें से पहला हादसा गाजियांटेप में यात्रियों से भरी बस हादसे का शिकार हो गई, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं दूसरा हादसा मार्डिन शहर में हुआ जहां एक बेकाबू ट्रक ने लोगों रौंद दिया।

दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों की मदद कर रहे थे पत्रकार

बताया जा रहा है कि ट्रक का ब्रेक फेल होने की वजह से ये हादसा हुआ।  गृह मंत्री सुलेमान सोयुलू ने बताया कि इस घटना में तीन दमकलकर्मी, दो चिकित्साकर्मी और दो पत्रकार समेत 15 लोगों की मौत हो गई। इस बारे में स्थानीय समाचार ‘इल्हास’ समाचार एजेंसी ने कहा कि दुर्घटना में शामिल लोगों की मदद करने के लिए गए उसके दो पत्रकार भी इस हादसे में मारे गए हैं। टेलीविजन फुटेज में हादसे के बाद एक एंबुलेंस का पीछे का हिस्सा गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त दिखा।
वहीं दूसरा हादसा मार्डिन से 250 किमी (150 मील) दूर हुआ जहाँ एक ट्रक का ब्रेक फेल हो जाने से उसने दो वाहनों को टक्कर मार दी। इस बीच, घटनास्थल पर पहुंची आपात टीम और उपस्थित भीड़ को एक अन्य ट्रक ने टक्कर मार दी। दोनों हादसों के बीच संबंध की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने कहा कि दूसरी दुर्घटना में उनतीस लोग घायल हो गए, जिनमें से आठ की हालत गंभीर है। सोयुलू ने बताया कि डेरिक में हुए हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हो गए।
मामले में दो चालकों को हिरासत में लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। तुर्की की डीएचए समाचार एजेंसी की तस्वीरों में दिखाया गया है कि हादसे में एक एम्बुलेंस का पिछला भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और उसके चारों ओर मलबा बिखरा हुआ है। सड़क सुरक्षा के मामले में तुर्की का रिकॉर्ड खराब रहा है। सरकार के मुताबिक, पिछले साल सड़क हादसों में 5,362 लोगों की मौत हुई थी।