अमेरिका : जब एक अस्पताल ने मरीज को थमा दिया सवा दो करोड़ का बिल

इस मामले में सुनवाई करते हुए अब इस महिला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है

अमेरिका में अस्पताल की लापरवाही का एक मामला सामने आया है जहाँ अस्पताल ने एक महिला को सर्जरी के लिए करीब 3,03,709  अमेरिकी डॉलर या 2 करोड़ 35 लाख रुपए से ज्यादा का बिल थमा दिया था। जबकि अस्पताल ने सर्जरी शुरू करने से पहले महिला को अंदाजन 1 लाख रुपए (1300 अमेरिकी डॉलर) का खर्च बताया था। इस मामले में सुनवाई करते हुए अब इस महिला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है।
कोलोराडो सुप्रीम कोर्ट ने वेस्ट मिंस्ट र में मौजूद 'सेंट एंथनी नॉर्थ हेल्थ  कैंपस' फ्रेंच को एक्सरट्रा चार्ज देने के लिए विवश नहीं कर सकता, कहते हुए महिला के पक्ष में फैसला सुनाया। महिला ने सबअर्बन डेनवेर हॉस्पिटल में स्पारइनल फ्यूजन सर्जरी करवाई थी। दरअसल, अस्पदताल ने कई ऐसे चार्ज उनके बिल में जोड़ दिए थे, जिसके बारे में महिला को पहले जानकारी नहीं दी गई थी। अमेरिका में सामने आए इस मामले में महिला को 2 करोड़ से ज्यालदा का बिल भेज दिया गया था। महिला से वो चार्ज भी लिए गए, जिसके बारे में उन्हेंा पहले से जानकारी नहीं दी गई थी। लिजा फ्रेंच नाम की इस महिला ने साल 2014 में अपनी दो सर्जरी करवाई थीं। फ्रेंच को 1 लाख रुपए से ज्यानदा अपने इलाज की एवज में देने थे। वहीं, उनका बिल 2 करोड़ 35 लाख रुपए से ज्यारदा का था। जबकि, इंश्योेरेंस कंपनी ने उनको केवल 57 लाख रुपए (74,000 अमेरिकी डॉलर) का ही भुगतान किया था।
आपको बता दें कि साल 2022 की शुरुआत होने के साथ ही अमेरिका में 'नो सरप्राइज एक्टल' आया था। जिसमें कई तरह के अप्रत्यारशित मेडिकल चार्ज पर बैन लगा दिया गया था, जो 'आउट ऑफ नेटवर्क प्रोवाइडर' द्वारा लगाए जाते थे। इसका सबसे बड़ा फायदा इलाज कराने वाले लोगों और उपभोक्ता ओं को ये हुआ कि वे इंश्योआरेंस प्रदान करने वाले और इलाज करने वालों के बीच होने वाले विवाद में नहीं फंसेंगे। जब ये कानून बना था तो गवर्नर टॉम वॉल्फं ने इसे निर्णायक कहा था।
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