#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
— ANI (@ANI) March 9, 2022
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
जानें यूक्रेन में फंसी यह पाकिस्तानी छात्रा क्यों पीएम मोदी का आभार मान रही है!
By Loktej
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युद्धग्रस्त इलाके में से बाहर निकाल कर पाकिस्तानी छात्र को घर पहुँचने में की मदद
रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के बीच कई लोग यूक्रेन में फंसे है। रूस के भारी हमले के कारण यूक्रेन की स्थिति काफी खराब है। ऐसे में हर कोई जल्द से जल्द यूक्रेन में से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। भारत सरकार द्वारा भी ऑपरेशन गंगा के तहत अपने छात्रों को जल्द से जल्द यूक्रेन में से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। दोनों देशों के बीच हो रहे युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारतीय छात्रों को उनके तिरंगे की पहचान से सही-सलमात बाहर जाने देने का आश्वासन दिया गया था। जिसका इस्तेमाल कर कई पाकिस्तानी और तुर्की नागरिक भी यूक्रेन से बाहर निकलने में सफल रहे है। ऐसे में एक पाकिस्तानी छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद कर रही है।
सोशल मीडिया में वायरल हुये वीडियो में असफ़ा नाम की छात्रा नरेंद्र मोदी और भारत सरकार को संबोधित करते हुये उन्हें उसकी जान बचाने के लिए शुक्रिया कहती है। असफ़ा ने बताया कि वह पाकिस्तान की रहने वाली है, हालांकि कीव में भारतीय दूतावास ने उसे युद्धग्रस्त इलाके से बाहर निकालने में काफी सहायता की। भारतीय अधिकारियों ने उन्हें सही-सलामत बाहर निकालकर उसे पश्चिमी यूक्रेन भेजा था। जहां से वह आसानी से अपने देश वापिस हो सकी थी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान आए दिन विश्व मंच पर भारत के खिलाफ जहर फैलाता रहता है। हालांकि इसके बाद भी हर बार मुश्किल समय में भारत उसकी और उसके नागरिकों की सहायता करता ही आया है। अभी कुछ दिनों पहले ही एक भारतीय विद्यार्थी अंकित यादव ने एक पाकिस्तानी युवती को मदद कर उसे सही सलामत उनके अधिकारियों तक पहुंचाया था। न्यूज एजंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन में फंसे अंकित ने ना खुद अपनी जान बचाई पर पाकिस्तानी लड़की को भी बॉर्डर तक पहुँचने में सहायता की। जहां से उसे पाकिस्तान ले जाया गया।