ताकि रूस की सेना शहर में ना घुस पाए; इस यूक्रेन जवान ने आत्मघाती हमले में पुल को उड़ाया!

ताकि रूस की सेना शहर में ना घुस पाए; इस यूक्रेन जवान ने आत्मघाती हमले में पुल को उड़ाया!

रूस द्वारा युक्रेन पर हमले के तीसरे दिन के साथ रूस लगातार यूक्रेन की सेना पर हमला कर रहा है। आज तीसरे दिन हमलों की संख्या और मारकता को रूस ने कई गुना बढ़ा दिया है. हालांकि कमजोर हालात और लगातार हमलों के बीच भी यूक्रेन की सेना रुसी सैनिकों का जमकर मुकाबला कर रही है। इस बीच यूक्रेन के एक युवा सैनिक की बहादुरी खूब चर्चा बटोर रही है।
जानकारी के अनुसार यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच एक यूक्रेनी सैनिक ने अपने देश की रक्षा के लिए खुद को कुर्बान कर रूस के सैनिकों को रोका। रूस की सेना को शहर में आने से रोकने के लिए यूक्रेनी सैनिक विटाली शाकुन ने अपने जान की परवाह किये बिना खुद को बम से उड़ा लिया। अब यूक्रेन की सेना द्वारा अपने हीरो विटाली की कहानी सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद ये कहानी वायरल हो गई। अब लोग इस सैनिक की कहानी को बहुत पसंद कर रहे है।
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच को रूसी सेना के मार्ग को अवरुद्ध करने के लिए क्रीमिया के पास हेनिचेस्क ब्रिज पर विस्फोटक स्थापित करने का काम सौंपा गया था। हालांकि जब उन्हें एहसास हुआ कि वह रूसी सैनिकों के पार होने से पहले पुल को उड़ाने के लिए समय पर नहीं उतर पाएंगे, तो उन्होंने खुद को बलिदान करने और विस्फोटकों को ट्रिगर करने का फैसला किया, जबकि वह अभी भी उस पर थे।
गौरतलब है कि  रूस की सेना लगातार यूक्रेन पर हमले किये जा रही है। इस दौरान क्रीमिया के पास खेरसॉन क्षेत्र पर बने पुलों को पार कर रूसी सेना तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में यूक्रेनी आर्मी रुसी सेना को रोकने के लिए काम पर लग गई। इस समय खेरसॉन क्षेत्र में तैनात यूक्रेनी सैनिक विटाली शाकुन ने आगे बढ़कर सेना का मोर्चा संभाला और कोई उपाय न देखते हुए खुद को धमाके में उड़ाते हुए पुल को नष्ट कर दिया। जिस पुल को ध्वस्त किया वो रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ता है। विटाली शाकुन इस पुल का प्रबंधन कर रहे थे। घटना के बाद युक्रेन की सेना ने अपने नायक विटाली शाकुन की बहादुरी को सोशल मीडिया पर साझा किया। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने अपने फेसबुक पेज पर दुखद कहानी साझा की।