नो वैक्सीन नो सैलरी : गूगल के बाद इस दिग्गज कंपनी ने भी अपनाया यहीं नियम, कर्मचारियों को दी डेडलाइन
गूगल के बाद अब इंटेल ने भी कर्मचारियों के लिए वैक्सीन लगवाना अनिवार्य कर दिया है
पूरी दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमाइक्रोन ने दुनियाभर की सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। दूसरी ओर विभिन्न देशों की सरकारें कोरोना से बचाव के लिए युद्धस्तर पर कोरोना टीकाकरण अभियान चला रही हैं। यहां तक कि बड़ी टेक कंपनियां भी अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही हैं। इसके लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं। Google के बाद दूसरी सबसे बड़ी टेक कंपनी Intel ने अब गैर-टीकाकृत कर्मचारियों के लिए अवैतनिक अवकाश नियम पेश किया है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को 4 जनवरी, 2022 तक टीकाकरण प्रमाण पत्र जमा करने का आदेश दिया है। ऐसा न कर पाने वाले कर्मचारियों को टीका ना लगवाने के लिए कोई वाजिब कारण प्रमाण के साथ प्रस्तुत करने होंगे। ऐसा नहीं करने वाले कर्मचारियों को अवैतनिक अवकाश पर रखा जाएगा।
आपको बता दें कि इंटेल ने इस बारे में एक बयान में कहा, "प्रत्येक कर्मचारी जिसे टीका नहीं लगाया गया है, उसे हर हफ्ते एक अनिवार्य कोरोना परीक्षण से गुजरना होगा। यह नियम वर्क फ्रॉम होम कर्मचारियों पर भी लागू होगा। कंपनी ने यह भी कहा कि वे धार्मिक या चिकित्सीय कारणों से भी 15 मार्च, 2022 तक ही वैक्सीन न लगवाने वाली बात को स्वीकार करेंगे। अगर कंपनी बाद में वैक्सीन पर कोई छूट नहीं देती है तो ऐसे कर्मचारियों को 4 अप्रैल से तीन महीने के लिए अवैतनिक अवकाश पर भेज दिया जाएगा।
आपको बता दें कि गूगल ने उन कर्मचारियों के लिए सख्त नियम तय किए हैं, जिन्हें कोरोना की वैक्सीन नहीं मिली है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक ई-मेल भेजकर 3 दिसंबर तक वैक्सीन का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। कर्मचारियों को 3 दिसंबर तक मेडिकल या धार्मिक कारण जमा करने का विकल्प भी दिया गया था। कंपनी ने आगे कहा कि जो कर्मचारी इस तारीख तक जवाब जमा करने में विफल रहेंगे, उनसे कंपनी द्वारा व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया जाएगा। गूगल ने एक ई-मेल में आगे लिखा है कि जो कर्मचारी 18 जनवरी तक वैक्सीन नियमों का पालन करने में विफल रहते हैं, उन्हें एक महीने के लिए "पेड एडमिनिस्ट्रेटिव लीव" पर जाने के लिए कहा जाएगा। जिसके बाद उन्हें छह महीने के लिए 'अवैतनिक व्यक्तिगत अवकाश' पर रखा जाएगा। हालांकि, अगर उन्हें वैक्सीन नहीं मिलती है, तो उन्हें कंपनी छोड़ने के लिए कहा जाएगा।