गरीब देशों में इंसानों को नहीं मिल रही वैक्सीन, पर अमीर देशों में जानवरों का वैक्सीनेशन भी शुरू
By Loktej
On
कई आफ्रिकन और लेटिन अमेरिकन देशों में एक प्रतिशत से भी कम टीकाकरण, पर अमेरिका में बाघ और भालुओं का शुरू हुआ टीकाकरण
दुनिया भर में फैली हुई कोरोना महामारी के कारण लोग काफी परेशान हो चुके है। दुनिया भर में फैली हुई महामारी को काबू में लाने के लिए सभी देशों द्वारा टीकाकरण का कार्य भी तेजी से शुरू हो चुका है। हालांकि दुनिया के विभिन्न देशों में टीकाकरण का कार्य अलग-अलग तेजी से चल रहा है। दुनिया के कई गरीब देशों में अभी भी टीकाकरण मात्र 1 प्रतिशत तक ही हो पाया है। वहीं कई देश में आधे से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है और अब जानवरों का टीकाकरण भी शुरू हो चुका है।
पूरी दुनिया में गरीब और समृद्ध देशों के बीच का अंतर बढ़ते जा रहा है। अवर वर्ल्ड इन के डाटा के अनुसार, अमेरिका जैसे देशों में अब तक 65 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीके का कम से कम डोज़ मिल चुका है। हालांकि गरीब देशों में यह प्रमाण एक प्रतिशत से भी कम है। अवर वर्ल्ड इन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 23 प्रतिशत प्रजा को कोरोना वैक्सीन का कम से कम एक डोज़ मिल चुका है। जबकि कई आफ्रिकन और लेटिन अमेरिकन देशों में यह प्रमाण 0.9 प्रतिशत से भी कम है। जबकि अमेरिका में अब सिंहों और भालुओं को भी टीका देना शुरू हो चुका है।
कई अमीर देशों ने जरूरत से अधिक वैक्सीन का डोज़ खरीद रखा है। पीपल वैक्सीन अलायंस की रिपोर्ट के अनुसार, केनेडा ने अपनी जनसंख्या से पाँच गुना अधिक वैक्सीन के डोज़ खरीद कर रखे है। दुनिया के अमीर देशों में पूरी दुनिया की मात्र 14 प्रतिशत जनसंख्या है। पर उन्होंने अपनी जनसंख्या के लिए 53 प्रतिशत से अधिक डोज़ सुरक्षित रखे है। ब्रिटन, अमेरिका , ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने भी अपनी जनसंख्या से अधिक डोज़ खरीदे है। अमेरिका में पशुओं की विभिन्न प्रजातियों को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने के लिए जानवरों का भी वैक्सीनेशन शुरू किया गया है।
अमेरिका के ओकलेंड के चिड़ियाघर में बाघ, जंजीर और मोली को वैक्सीनेशन शुरू किया गया है। प्राणी संग्रहालय के उपाध्यक्ष एलेक्स हरमन ने कहा की अभी तक किसी भी जानवरों में कोरोना वायरस का संक्रमण देखने नहीं मिला है। पर फिर भी सलामती के मद्देनजर उन्हें वैक्सीन दी जा रही है।
Tags: Corona Vaccine