स्कूल ना जाना पड़े इसलिए बच्चे बनवा रहे हैं फैक कोरोना रिपोर्ट, जानें आखिर कैसे

नींबू और विनेगर का इस्तेमाल कर रहे है रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट से छेदछाड़

दुनिया भर में कोरोना महामारी के कारण स्कूलें नहीं खुल रही है। हालांकि कई देश ऐसे है, जिन्होंने महामारी का प्रकोप कम होने के बाद स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया है। स्कूल के ना खुलने से सभी छात्र भी अपनी स्कूलों को मिस कर रहे थे। हालांकि कई बच्चे ऐसे भी है, जिनका अभी भी स्कूल जाने का मन नहीं है। इसलिए वह अपना नकली कोरोना रिपोर्ट बनाकर स्कूलों को बेवकूफ बना रहे है। कुछ टिकटॉक वीडियो के हवाले से पता चला कि बच्चे विभिन्न प्रकार के लिक्विड का इस्तेमाल कर खुद को जबरन पॉज़िटिव बता रहे है। 
'यॉर्कशायर इवनिंग पोस्ट' के अनुसार, कई ब्रिटेन की विभिन्न स्कूलों के कई बच्चे कोरोना टेस्ट किट पर नीबू का रस या विनेगर गिरा करा अपनी रिपोर्ट पॉज़िटिव बता रहे है। जिससे की उन्हें स्कूल जाने से मुक्ति मिल सके। रिपोर्ट के अनुसार, कई बच्चे नकली रिपोर्ट बताकर अपनी स्कूल में दे रहे है, जिससे की उन्हें स्कूल में से छुट्टी मिल सके। सोशल मीडिया पर जब इस बारे में जांच की गई तो पता चला की ऐसे कई वीडियो #fakecovidtest नाम से अपलोड किए जा रहे है। इन सबके अलावा टिकटोक पर तो एक अकाउंट भी है, जिसमें कई छात्रों को इस तरह से नकली कोरोना टेस्ट करने का वीडियो वायरल है। 
हालांकि अधिकारियों के अनुसार, वह इस बात को लेकर आश्वस्त है कि इसमें काफी केएम छात्र शामिल है और उन्होंने सभी छात्रों के माता-पिता से बात भी की है, जिससे की वह उनके बालकों पर निगरानी रखे। इस बारे में टिकटोक के प्रवक्ता द्वारा कहा गया की वह ऐसी सभी जानकारियों को अपने प्लेटफॉर्म पर से हटा देते है, जिससे की कोरोना महामारी के खिलाफ गलतफहमी फैले।